ग)
8. निम्नलिखित अपठित गदयांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-(2+2+2=6)
मोती ने आखों में आँसू लाकर कहा - तुम मुझे स्वार्थी समझते हो ,हीरा ? हम और तुम इतने दिन
एक साथ रहे हैं | आज तुम विपत्ति में पड़ गए , तो मैं तुम्हें छोड़कर अलग हो जाऊँ ।
हीरा ने कहा -बहुत मार पड़ेगी । लोग समझ जाएंगे कि यह तुम्हारी शरारत है ।
मोती गर्व से बोला - जिस अपराध के लिए तुम्हारे गले में बंधन पड़ा ,उसके लिए अगर मुझ पर मर
पड़े, तो क्या चिंता। इतना तो हो ही गया कि नौ दस प्राणियों की जान बच गई। वे सब तो आशीर्वाद देंगे।
1 मोती स्वयं को स्वार्थी समझने की बात क्यों कह रहा है ?
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hii if u understand my answer then follow me ok .....
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