(ग) आदर्श निबंध की कोई तीन विशेषताएँ लिखिए।
(घ) "इंदर सेना सबसे पहले गंगा मैया की जय बोलती है" के संदर्भ में गंगा नदी
सामाजिक, सांस्कृतिक परिवेश में कोई तीन महत्व लिखिए।
"यशोधर बाबू के विचार पूरी तरह से पुराने हैं और वे सहानुभूति के पात्र नहीं हैं।"
कथन के समर्थन में अपने विचार लिखिए।
अथवा
यशोधर बाबू की पत्नी समय के साथ ढल सकने में सफल होती है लेकिन यश
बाबू असफल रहते हैं। ऐसा क्यों? कोई चार कारण लिखिए।
ने तिटों के आधार पर आप यह कह सकते हैं कि-
हैं "
Answers
¿ आदर्श निबंध की कोई तीन विशेषताएँ लिखिए।
✎... एक आदर्श निबंध की तीन विशेषताएं इस प्रकार हैं...
- एक आदर्श निबंध की भाषा भाषा सरल एवं समझने योग्य होनी चाहिए, जिसे एक आम पाठक आसानी से समझ सके। निबंध कम से कम तीन भागों प्रस्तावना, विवेचन और उपसंहार में विभक्त होना चाहिए।
- एक आदर्श निबंध अपने विषय पर केंद्रित होना चाहिए और जिस विषय पर निबंध लिखा गया है, उसका पूरा विवेचन होना चाहिए।
- निबंध में यदि विषय संबंधित कोई तथ्य दिए गए हैं तो उन तत्वों का प्रमाणिक एवं सही होनी चाहिए ताकि निबंध की विश्वसनीयता कायम रहे।
¿ "इंदर सेना सबसे पहले गंगा मैया की जय बोलती है" के संदर्भ में गंगा नदी सामाजिक, सांस्कृतिक परिवेश में कोई तीन महत्व लिखिए।
✎... इंदरसेना सबसे पहले गंगा मैया की जय बोलती है, इस संदर्भ में गंगा नदी के सामाजिक व सांस्कृतिक परिवेश में तीन महत्व इस प्रकार हैं...
- भारतीय जनमानस में गंगा नदी को विशेष मान सम्मान और पवित्र अत्यंत पवित्र दर्जा प्राप्त है। गंगा नदी को माँ के समान माना जाता है।
- भारतीय हिंदू समाज में हर शुभ कार्य में गंगाजल का उपयोग होता है, और इसे बेहद पवित्र माना गया है। गंगा नदी को मोक्षदायिनी भी माना जाता है।
- गंगानदी के किनारे भारत अनेक प्राचीन नगर बसे हुए हैं। इन नगरों का अपना ही धार्मिक महत्व है। जिनमें हरिद्वार, ऋषिकेश, प्रयागराज, वाराणसी, पटना आदि के नाम प्रमुख हैं। गंगा नदी के कारण ही इन नगरों को इतना महत्व मिला है।
¿ यशोधर बाबू की पली समय के साथ ढल सकने में सफल होती है लेकिन यशोधर बाबू असफल रहते हैं। ऐसा क्यों? कोई चार कारण लिखिए।
✎... यशोधर बाबू की पत्नी समय के साथ ढल सकने में सफल होती है लेकिन यशोधर बाबू असफल रहते हैं। इसके चार कारण इस प्रकार हैं...
- यशोधर बाबू के सोच विचार पुराने ढंग के थे। वे पुरानी पीढ़ी के हिसाब से सोचते थे जबकि उनकी पत्नी अपने बच्चों की नई पीढ़ी के हिसाब से ढल गईं। यशोधर बाबू बच्चों के अनुसार नहीं ढल पाए जबकि उनकी पत्नी ने स्वयं को बच्चों के अनुसार ढाल लिया।
- यशोधर बाबू पर किशन दा के व्यक्तित्व का बहुत प्रभाव पड़ा था और किशन दा सिद्धांतों पर जीने वाले व्यक्ति थे, इसी कारण यशोधर बाबू भी सिद्धांतों का पालन करते थे।
- यशोधर बाबू हमेशा अपने परिवार से बहुत दूर रहे थे, जबकि उनकी पत्नी हमेशा अपने बच्चों के साथ ही रहे इसीलिए उनकी पत्नी ने शीघ्र ही स्वयं को बच्चों के अनुकूल ढाल लिया जबकि यशोधर बाबू बच्चों से दूर रहने के कारण उनके अनुकूल नहीं ढाल पाए।
- यशोधर बाबू परिवार से दूर रहने के कारण पारिवारिक क्रियाकलापों से दूर रहे, ये भी एक कारण रहा।
¿ यशोधर बाबू के विचार पूरी तरह से पुराने हैं और वे सहानुभूति के पात्र नहीं हैं।" इस कथन के समर्थन में अपने विचार लिखिए।
✎... यशोधर बाबू के विचार पूरी तरह से पुराने है और वे सहानुभूति के पात्र नहीं है, क्योंकि हमेशा पुरानी लीक पर ही नहीं चला जाता। समय परिवर्तनशील है और जीवन में नित्य नए परिवर्तन होते रहते हैं। नए-नए विचारों का आगमन होता रहता है। नई पीढ़ी नए ढंग से सोचती है और उसे उसी ढंग से सोचने का पूरा अधिकार है। यशोधर बाबू अपनी पुरातन संबंधी सोच नई पीढ़ी पर नहीं लाद सकते जबकि वह ऐसा करना चाहते थे। इसलिए वे सहानुभूति के पात्र नहीं है, उन्हें समय के अनुसार स्वयं को ढाल लेना चाहिए था।
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