Hindi, asked by Aragorn4501, 1 month ago

(ग) अन्तराहैलोजनों तथा x, में कौन अधिक सक्रिय है तथा क्यों? [2] (घ) सायनाइड प्रक्रम द्वारा चाँदी प्राप्त करने की विधि तथा आवश्यक रासायनिक समीकरण लिखिए। हो। [2]​

Answers

Answered by ankitabareth200787
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Answer:

अंतरहैलोजनी यौगिक (interhalogen compound) ऐसा रासायनिक यौगिक (कम्पाउंड) होता है जिसमें अणु दो या उस से ज़्यादा अलग हैलोजन तत्वों के परमाणुओं के बने हो। यानि अंतरहैलोजनी यौगिकों में फ्लोरीन, क्लोरीन, ब्रोमीन, आयोडीन और ऐस्टाटीन में से दो या दो से अधिक तत्व होते हैं। आयोडीन मोनोक्लोराइड और ऐस्टाटीन मोनोआयोडाइड दोनों अंतरहैलोजनी यौगिकों के उदाहरण हैं।[1]

Explanation:

इस विधि में सोने के चूर्णित खनिज को पोटैशियम सायनाइड या सोडियम सायनाइड के तनु विलयन से उपचारित करते हैं, जिससे सोना और चाँदी तो घुलकर खनिज से पृथक्‌ हो जाते हैं और स्वच्छ विलयन को जस्ते के छीलन (shavings) या चूर्ण के साथ उपचार से सोने और चाँदी जस्ते के छीलन या चूर्ण के तल पर काले अवर्पक (slime) के रूप में अवक्षिप्त हो ...

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