(ग) अपचायक प्रवृत्ति के आधार पर शर्कराओं को किस प्रकार वर्गीकृत
किया गया है? प्रत्येक का एक-एक उदाहरण दीजिए।
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Answer:
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Explanation:
h3tu3it3tuejrjrhob5uj36ketgedav2yn2tiheh36i
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Solution:
अपचायक प्रवृत्ति के आधार पर शर्कराओं को अपचायक तथा अनअपचायी शर्करा में वर्गीकृत किया गया है
Explanation:
- वे सभी शर्कराएँ जो टॉलन अभिकर्मक को धात्विक Ag में तथा फेहलिंग विलयन को Cu2O के लाल अवक्षेप में अपचयित कर सकते है, अपचयक शर्करा कहलाते है। इनमे -CHO समूह या −CO−CH2OH समूह होते है, जैसे-ग्लूकोज, फ्रक्टोज गैलेक्टोज।
- सूक्रोस एक अनअपचायी शर्करा है।
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