(ग) डॉ. हजारी द्विवेदी द्वारा लिखित साहित्य सहचर किस विधा के
रचना है-
(अ) निबन्ध (ब) आलोचना (स) उपन्यास (द) संस्मरण।
Answers
सही विकल्प होगा...
✔ (ब) आलोचना
स्पष्टीकरण ⦂
साहित्य सहचर हजारी प्रसाद द्विवेदी द्वारा लिखित आलोचना विधा की एक रचना है। यह एक आलोचनात्मक निबंध है. इसका प्रकाशन 1965 में हुआ था।
हजारी प्रसाद द्विवेदी हिंदी साहित्य जगत के एक प्रसिद्ध निबंधकार, आलोचक और उपन्यासकार रहे हैं। उनकी हिंदी के अलावा संस्कृत अंग्रेजी एवं बांग्ला भाषाओं पर भी अच्छी पकड़ थी। उन्होंने अनेक आलोचनात्मक ग्रंथों की रचना की इसके अलावा उनके द्वारा कई निबंध संग्रह निबंध भी लिखे गए। उन्होंने उपन्यास भी लिखे हैं। उनके प्रसिद्ध निबंध संग्रह में अशोक के फूल, कल्पलता, कुटज, आलोक पर्व आदि के नाम प्रमुख हैं। उनके उपन्यासों में बाणभट्ट की आत्मकथा, पुनर्नवा, चारुचंद्र लेख आदि के नाम प्रमुख हैं। उनके प्रसिद्ध आलोचनात्मक ग्रंथों में साहित्य सहचर, साहित्य का मर्म, हिंदी साहित्य का आदिकाल, हिंदी साहित्य की भूमिका, नाथ संप्रदाय, हिंदी साहित्य का उद्भव और विकास,,सहज साधना, प्राचीन भारत के कलात्मक विनोद आदि का नाम प्रमुख है।
Answer: ब
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