गंगा मैय्या (भैरव प्रसाद गुप्त) उपन्यास में निरूपित समस्याओं पर विस्तार से प्रकाश डालिए?
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भैरव प्रसाद गुप्त (1918-1995) हिन्दी साहित्य के, प्रगतिशील विचारधारा के, कहानीकार एवं उपन्यासकार तथा प्रख्यात सम्पादक थे। विशेषत: 'कहानी' एवं 'नयी कहानियाँ' पत्रिकाओं के संपादन द्वारा उन्होंने हिन्दी पत्रकारिता के इतिहास में एक मानदंड भी कायम किया तथा लंबे समय तक नयी कहानी आन्दोलन के संचालन में प्रशंसनीय योगदान भी दिया।
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