Hindi, asked by kumarmukesh73863, 11 months ago

ग. गोवा के लोकगीत, उत्सव एवं नृत्यों के विषय में प्रकाश डालिए।​

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Answered by sachinv882
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गोवा उत्सवों का देश है। एक ओर गणेश चतुर्थी, दिवाली तथा क्रिसमस जैसे उत्सव हैं जो भारत के अन्य स्थानों के सामान गोवा में भी मनाये जाते हैं। दूसरी ओर कई ऐसे अनोखे उत्सव हैं जो कदाचित केवल गोवा में ही मनाये जाते हैं। इनमें से कईयों के विषय में आपने सुना भी नहीं होगा।

गोवा के उत्सव आपको चिखल कालो के विषय में स्मरण ही होगा। यह अनोखा पर्व गोवा में वर्षा ऋतु के मध्य में मनाया जाता है। वहीं ककड़ी उत्सव है जहां हर ओर ककड़ी का प्रयोग किया जाता है। गोवा में ऐसे कई समारोह आयोजित किये हैं जहां मार्गों पर जीवंत संगीन बजाते हुए उत्सव मनाया जाता है। ऐसे मदमस्त करने वाले संगीत आपको नृत्य करने के लिए प्रेरित कर देते हैं। जी हाँ, गोवा के ऐसे कई अनोखे एवं मनोरंजक उत्सवों से भरा पिटारा आपके समक्ष खोलता है मेरा यह यात्रा संस्मरण।

गोवा के उत्सव – एक मार्गदर्शिका

आईये मैं आपको गोवा में वर्ष भर मनाये जाने वाले उत्सवों के विषय में जानकारी देती हूँ। इनमें कुछ उत्सव पारंपरिक हैं तो कुछ आधुनिक। ये उत्सव गोवा को तथा उसकी सांस्कृतिक धरोहर को जानने में अत्यंत सहायक होंगे।

१.नव वर्ष आगमन उत्सव

नव वर्ष आगमन उत्सव के लिए गोवा भारत का सर्वाधिक प्रिय गंतव्य स्थल है। दिसंबर के अंत से जनवरी आरम्भ की समयावधि गोवा के पर्यटन मौसम की चरम सीमा होती है। होटलों, अथितिगृहों एवं वायु परिवहन के मूल्य शिखर लांघने लगते हैं। सड़कें वाहनों से भर जाती हैं तथा समुद्र तटों पर पर्यटकों का तांता लग जाता है। इस समय गोवा में मौसम अत्यंत सुहाना रहता है। ना अधिक सर्दी, ना ही अधिक गर्मी, अत्यंत सुखकर एवं शीतल मौसम हो जाता है। बस गोवा की वायु उल्हास से परिपूर्ण हो जाती है।

अपने जीवन में कम से कम एक नव-वर्ष उत्सव आपने गोवा में मनाना चाहिए। गोवा में कहाँ दावत एवं भोज किया जाये इसकी योजना तो अवश्य बनाईये, साथ ही गोवा के सभी तटों पर नव-वर्ष के स्वागत में की जाने वाली आतिशबाजी देखना ना भूलें। इस समय आप क्रिसमस के उपलक्ष में जगह जगह सजाई गयी झांकियां भी अवश्य देखिये। पानी में तैरती झांकियों की छटा कुछ और ही होती है।

इस समय गोवा के शांत गाँवों में पदभ्रमण करने में भी अत्यंत आनंद आता है। हरे-भरे खेतों के मध्य रंगबिरंगे घरों को देख आपका मन प्रफुल्लित हो उठेगा। मेरे पसंद के गाँवों में दक्षिण गोवा का मोइरा तथा उत्तर गोवा के अल्दोना एवं असगाओ प्रमुख हैं।

लोकोत्सव – भारत के लोक संस्कृति का उत्सव

लोकोत्सव अर्थात् लोक कला का उत्सव। लोकोत्सव कला, शिल्प, लोक जीवन तथा पारंपरिक संगीत व नृत्य का समागम है। यह प्रदर्शनी गोवा के पणजी में प्रत्येक वर्ष आयोजित की जाती है। यहाँ सम्पूर्ण भारत से कारीगर अपने नगर की रचनात्मक वस्तुएं लाते हैं एवं बिक्री करते हैं। सम्पूर्ण भारत से कलाकार आते हैं एवं अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। साथ ही भिन्न भिन्न राज्यों के रसोइये अपने राज्यों के विशेष व्यंजन भी बनाकर यहाँ बेचते हैं।

भारतीय लोक संस्कृति का प्रदर्शन - लोकोत्सव गोवा

भारतीय लोक संस्कृति का प्रदर्शन – लोकोत्सव गोवा

यह उत्सव सबके लिए खुला रहता है तथा प्रवेश शुल्क भी नहीं है। दुकानें सम्पूर्ण दिवस खुली रहती हैं। कला प्रदर्शन प्रत्येक संध्या ६ बजे के पश्चात किया जाता है। जनवरी के महीने में आयोजित यह उत्सव १० दिनों तक चलता है। गोवा वासी खरीददारी व मनोरंजन के लिए अधीरता से लोकोत्सव की प्रतीक्षा करते हैं। इन १० दिनों में यहाँ पर्यटकों का भी ताँता लगा रहता है।

Answered by abdulsamilhan8896
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manoranjan sabliklye to drna hovaaur nahi

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