Science, asked by ajaykumarak2080160, 3 months ago

गृह विज्ञान की शिक्षा के उपरांत आहार एवं पोषण के क्षेत्र में कौन-कौन से वेतन रोजगार तथा स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध होते हैं​

Answers

Answered by joydeepkundu7
3

आहार तथा पोषण

पोषण विज्ञान

पोषण-औषधीय पोषण तथा सामुदायिक पोषण

संस्थागत खाद्य सेवा

वस्त्र तथा सूत विज्ञान

सूत विज्ञान

वस्त्र विज्ञान

टेक्सटाइल डिजाइनिंग

फेशन डिजाइनिंग

वस्त्रों का रखरखाव तथा देखभाल (लॉन्ड्री सेवा

गृह विज्ञान में रोजगार के अवसर

आप किसी बेकरी, बुटीक या डे केयर सेंटर में कार्य करके वेतन भोगी कर्मचारी बन सकते हैं। परंतु यदि आप स्वंय की बेकरी, बुटीक या डे केयर सेंटर चलाते हैं तब आप स्वरोज़गार व्यक्ति कहलाएंगे। जब आप लघु उद्यम के रूप में किसी आय के साधन को अपनाते हैं तब आप उद्यमी कहलाएंगे। स्कूल स्तर पर गृह विज्ञान विषय का अध्ययन करने के बाद आप वेतन भोगी कर्मी, स्वरोज़गार या उद्यमी बनने के कई अवसर प्राप्त कर सकते हैं।

उच्चतर माध्यमिक स्तर पूरा करने के बाद वेतन भोगी कर्मी, स्वरोज़गार और उद्यमी बनने के संभावित रोज़गार के अवसर नीचे दिये गये हैं-

वेतन रोजगार के अवसर संपादित करें

उपभोक्ता संगठन/सभा के कर्मचारी के रूप में।

उपभोक्ताओं के अधिकारों के सलाहकार के रूप में।

उपभोक्ता सामग्री व सेवाओं के विक्रय प्रतिनिधियों के रूप में।

बचत व निवेश योजनाओं के प्रतिनिधि के रूप में।

बचत निवेश योजनाओं के कर्मचारी के रूप में।

फर्नीचर, उपकरणों व अन्य घरेलू सामान, सरकारी एम्पोरियम, हस्तकला केन्द्रों, घरेलू चीजों की उत्पादन इकाइयों के शोरूम के कर्मचारियों के रूप में।

नर्सरी स्कूल, डे केयर सेन्टर, क्रेच व बालवाड़ी के कर्मचारी के रूप में।

अतिथि गृह, होटल व दफ्तरों की देखरेख कर्मियों के रूप में।

गृह विज्ञान महाविद्यालयों व गृह विज्ञान विषय पढ़ाने वाले विद्यालयों के प्रयोगशाला सहायकों के रूप में।

ड्राइक्लीनिंग की दुकान के कर्मचारी के रूप में।

खानपान केंद्रों, अस्पताल के पथ्य विभाग, जलपान गृह, कैन्टीन व खाद्य सामग्री से संबधित स्टोर के कर्मचारी के रूप में।

वस्त्र/परिधान बनाने वाली इकाई में, वस्त्र उद्योग व डिजायनिंग इकाई के कर्मचारी के रूप में।

स्वरोजगार के अवसर संपादित करें

घरेलू हस्तकला, सजावटी सामग्री व रचनात्मक चीजों के उत्पादक के रूप में।

नर्सरी स्कूल, डे केयर सेन्टर, बालवाड़ी व क्रैच के मालिक के रूप में।

किसी अतिथि आवास गृह और पेइंग गेस्ट हाउस के मालिक के रूप में।

कपड़ों की सिलाई और सिले-सिलाए कपड़ों की फिनिशिंग करने वाले जैसे बटन, तुरपन व साड़ी पर फॉल लगाने वाले के रूप में।

बुटीक, बुने हुये कपड़ों की इकाई, वस्त्र बुनाई इकाई व वस्त्र सजावट इकाई के मालिक के रूप में।

ड्राइक्लीनिंग की दुकान के मालिक के रूप में।

कैंटीन मालिक के रूप में।

घर से पैक की गयी भोजन सामग्री व आहार सेवाओं के आपूर्तिकर्ता के रूप में।

बेकरी, परिरक्षित व प्रसंस्करित (Processed) भोजन इकाई के मालिक के रूप में

पार्टियों की केटरिंग सेवा के प्रबंधक के रूप में।

कुकिंग, वस्त्र विज्ञान, वस्त्र सजावट, सॉफ्ट टॉय बनाने की व बुनाई इत्यादि की कक्षाएँ चलाने वाले के रूप में।

उपहारों की पैकिंग, ताजे व सूखे गुलदस्ते विक्रयकर्ता के रूप में व पार्टियों की सजावट के लिये सेवाएं देने वाले के रूप में।

बच्चों व महिलाओं की पत्रिकाओं के लेखक के रूप में।

Answered by syedtahir20
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गृह विज्ञान की शिक्षा के उपरांत आहार एवं पोषण के क्षेत्र में कौन-कौन से वेतन रोजगार तथा स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध होते हैं​|

आप किसी बेकरी, बुटीक या डे केयर सेंटर में कार्य करके वेतन भोगी कर्मचारी बन सकते हैं। परंतु यदि आप स्वंय की बेकरी, बुटीक या डे केयर सेंटर चलाते हैं तब आप स्वरोज़गार व्यक्ति कहलाएंगे। जब आप लघु उद्यम के रूप में किसी आय के साधन को अपनाते हैं तब आप उद्यमी कहलाएंगे। स्कूल स्तर पर गृह विज्ञान विषय का अध्ययन करने के बाद आप वेतन भोगी कर्मी, स्वरोज़गार या उद्यमी बनने के कई अवसर प्राप्त कर सकते हैं।

उच्चतर माध्यमिक स्तर पूरा करने के बाद वेतन भोगी कर्मी, स्वरोज़गार और उद्यमी बनने के संभावित रोज़गार के अवसर नीचे दिये गये हैं-

वेतन रोजगार के अवसर संपादित करें

उपभोक्ता संगठन/सभा के कर्मचारी के रूप में।

उपभोक्ताओं के अधिकारों के सलाहकार के रूप में।

उपभोक्ता सामग्री व सेवाओं के विक्रय प्रतिनिधियों के रूप में।

बचत व निवेश योजनाओं के प्रतिनिधि के रूप में।

बचत निवेश योजनाओं के कर्मचारी के रूप में।

फर्नीचर, उपकरणों व अन्य घरेलू सामान, सरकारी एम्पोरियम, हस्तकला केन्द्रों, घरेलू चीजों की उत्पादन इकाइयों के शोरूम के कर्मचारियों के रूप में।

नर्सरी स्कूल, डे केयर सेन्टर, क्रेच व बालवाड़ी के कर्मचारी के रूप में।

अतिथि गृह, होटल व दफ्तरों की देखरेख कर्मियों के रूप में।

गृह विज्ञान महाविद्यालयों व गृह विज्ञान विषय पढ़ाने वाले विद्यालयों के प्रयोगशाला सहायकों के रूप में।

ड्राइक्लीनिंग की दुकान के कर्मचारी के रूप में।

खानपान केंद्रों, अस्पताल के पथ्य विभाग, जलपान गृह, कैन्टीन व खाद्य सामग्री से संबधित स्टोर के कर्मचारी के रूप में।

वस्त्र/परिधान बनाने वाली इकाई में, वस्त्र उद्योग व डिजायनिंग इकाई के कर्मचारी के रूप में।

स्वरोजगार के अवसर संपादित करें

घरेलू हस्तकला, सजावटी सामग्री व रचनात्मक चीजों के उत्पादक के रूप में।

नर्सरी स्कूल, डे केयर सेन्टर, बालवाड़ी व क्रैच के मालिक के रूप में।

किसी अतिथि आवास गृह और पेइंग गेस्ट हाउस के मालिक के रूप में।

कपड़ों की सिलाई और सिले-सिलाए कपड़ों की फिनिशिंग करने वाले जैसे बटन, तुरपन व साड़ी पर फॉल लगाने वाले के रूप में।

बुटीक, बुने हुये कपड़ों की इकाई, वस्त्र बुनाई इकाई व वस्त्र सजावट इकाई के मालिक के रूप में।

ड्राइक्लीनिंग की दुकान के मालिक के रूप में।

कैंटीन मालिक के रूप में।

घर से पैक की गयी भोजन सामग्री व आहार सेवाओं के आपूर्तिकर्ता के रूप में।

बेकरी, परिरक्षित व प्रसंस्करित (Processed) भोजन इकाई के मालिक के रूप में

पार्टियों की केटरिंग सेवा के प्रबंधक के रूप में।

कुकिंग, वस्त्र विज्ञान, वस्त्र सजावट, सॉफ्ट टॉय बनाने की व बुनाई इत्यादि की कक्षाएँ चलाने वाले के रूप में।

उपहारों की पैकिंग, ताजे व सूखे गुलदस्ते विक्रयकर्ता के रूप में व पार्टियों की सजावट के लिये सेवाएं देने वाले के रूप में।

बच्चों व महिलाओं की पत्रिकाओं के लेखक के रूप में।

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