ग) कवि के अनुसार साँस कौन ले रहा है?
---aat nahi rahi h kavita me
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it is from which poem btw ????????
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कवि कवि सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' फागुन की सुंदरता की अत्यंत व्यापक वर्णन किए हैं। उनके अनुसार फागुन महीने की सुंदरता कान कान में बिखरा हुआ है। पक्षी के कलरव साथ ही शीतल ठंडी हवाएं फागुन के महीने को अत्यंत मनोरम बना देती है। यह शीतल ठंडी हवाएं कभी तो ऐसा लगता है मानो फागुन सांस ले रहे हो।
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