Art, asked by hansikaacharya689, 10 months ago

ग.
कवि मोह के बंधन से मुक्त होने का इच्छुक क्यों है?

Answers

Answered by ashooyadav712
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परम्परा है कि गृहस्थ से संन्यास में प्रस्थित होते हुए संत वर्ण-बंधन से मुक्त हो जाता है. गेरूआ वस्त्र धारण करने से पूर्व वह शिखा-सूत्र (चोटी और जनेऊ) का त्याग करता है और सबके यहाँ भिक्षा ग्रहण करने का अधिकारी बन जाता है

Answered by mahmed1010
0

Answer:

sorry dont know what this means

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