"गामीण जीवन" विषय पर एक प्रोजैक्ट या क्रियाकलाप तैयार करें
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गाँव का जीवन या लोगों का ग्रामीण जीवन उनका माना जाता है जो शहरों से दूर रहते हैं और शहरों की तरह उन्हें सभी प्रकार की सुविधाएँ नहीं मिल पाते हैं। शहरी लोगों के तुलना में गाँव के लोगों का जीवन बहुत अलग होता है।
आज की इस लेख में हम ग्रामीण – गांव में रहने वाले लोग कैसे अपना जीवन व्यतीत करते हैं उनके रहन-सहन का तरीका और साथ ही वहां के सुंदर वातावरण के विषय में आपको बताएंगे।आज भारत एक विकासशील देश है। तब भी आज शहरों के मुकाबले भारत में बहुत अधिक गाँव है। रिपोर्ट के अनुसार लगभग 75 प्रतिशत से ज्यादा
की सुंदरता और हरियाली देखने का मज़ा कुछ और ही होता है। गाँव में सभी बड़े निर्णय पंचायत ऑफिस के अधिकारी और सरपंच के माध्यम से पारित होते हैं।
गाँव में रहते हैं। गाँव का जीवन शांत, हरियाली और प्रदूषण मुक्त होता है।ग्रामीण शिक्षा Education in Rural areas
की सुविधाएँ आज भी उपलब्ध नहीं हो पाए हैं। आज भी ज्यादातर गाँव में मात्र प्राइमरी स्कूलों की सुविधा है और कुछ बड़े गाँव में मात्र हाई स्कूल की सुविधा है।
आज भी इस आधुनिक युग में गाँव का जीवन शहरों से बहुत अलग है। गाँव में
के लिए आज भी गाँव के बच्चों को बड़े शहरों में जाना पड़ता है। ऐसे में जिन लोगों के घर में अपने बच्चों को शहर भेजने के लिए पैसे नहीं होते हैं वह उनकी शिक्षा वही रोक देते हैं। इस प्रकार ज्यादातर लोग गाँव में अशिक्षित रह जाते हैं।
Explanation:
गाँव का जीवन या लोगों का ग्रामीण जीवन उनका माना जाता है जो शहरों से दूर रहते हैं और शहरों की तरह उन्हें सभी प्रकार की सुविधाएँ नहीं मिल पाते हैं। शहरी लोगों के तुलना में गाँव के लोगों का जीवन बहुत अलग होता है।
आज की इस लेख में हम ग्रामीण – गांव में रहने वाले लोग कैसे अपना जीवन व्यतीत करते हैं उनके रहन-सहन का तरीका और साथ ही वहां के सुंदर वातावरण के विषय में आपको बताएंगे।आज भारत एक विकासशील देश है। तब भी आज शहरों के मुकाबले भारत में बहुत अधिक गाँव है। रिपोर्ट के अनुसार लगभग 75 प्रतिशत से ज्यादा
की सुंदरता और हरियाली देखने का मज़ा कुछ और ही होता है। गाँव में सभी बड़े निर्णय पंचायत ऑफिस के अधिकारी और सरपंच के माध्यम से पारित होते हैं।
गाँव में रहते हैं। गाँव का जीवन शांत, हरियाली और प्रदूषण मुक्त होता है।ग्रामीण शिक्षा Education in Rural areas.
की सुविधाएँ आज भी उपलब्ध नहीं हो पाए हैं। आज भी ज्यादातर गाँव में मात्र प्राइमरी स्कूलों की सुविधा है और कुछ बड़े गाँव में मात्र हाई स्कूल की सुविधा है।
आज भी इस आधुनिक युग में गाँव का जीवन शहरों से बहुत अलग है।
गाँव में के लिए आज भी गाँव के बच्चों को बड़े शहरों में जाना पड़ता है। ऐसे में जिन लोगों के घर में अपने बच्चों को शहर भेजने के लिए पैसे नहीं होते हैं वह उनकी शिक्षा वही रोक देते हैं। इस प्रकार ज्यादातर लोग गाँव में अशिक्षित रह जाते हैं।