Hindi, asked by pshaw341255, 3 months ago


मूर्ति ने उत्तर दिया
"जब मैं जीवित था और मेरे वक्ष में मनुष्य का हृदय धड़कता
था, तब मेरा आँसुओं से परिचय नहीं हुआ था । मैं आनन्द महल में रहता था, जहाँ दुख
को प्रवेश करने की इजाजत नहीं थी । दिन में मैं अपने उद्यान में विलास करता था और
रात को नृत्य में लगा रहता था । मेरे उद्यान के चारों ओर एक प्राचीर थी, किन्तु मेरे
चारों ओर इतना सौन्दर्य था कि मैंने कभी बाहर देखने का प्रयत्न नहीं किया । मैं जीता
रहा और मर गया । आज जब मैं मर गया हूँ, तो उन्होंने मुझे इतने ऊँचे पर स्थापित
कर दिया है कि मैं संसार की सारी कुरूपता और दुख-दर्द देख सकता हूँ । मेरे ही नगर
में इतना दुख है कि यद्यपि मेरा हृदय जस्ते का है, मगर फिर भी फटा जा रहा है ।"
(i) उपर्युक्त गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम बताईए ।
(ii) गद्यांश का मूल भाव स्पष्ट कीजिए ।
(iii) आज लोगों को ऊँचा उठने के लिए किन गुणों की आवश्यकता है ? 50-60 शब्दों
में लिखिए ।​

Answers

Answered by shinghravishankar094
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Explanation:

belch

henchman chl koi ni kr rhi hu to be a great day of my favorite things

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