गोपी मुरली को अपने होठो पर क्यों नहीं रखना चाहती ?
Answers
Answered by
46
गोपी ने मुरली को होठों से न लगाने की कसम खायी थी क्योंकि उस मुरली के कारन कृष्ण उनसे दूर हो गए थे . वे जब भी मुरली बजाते थे , तब वे गोपियों पर ध्यान नहीं देते थे Hope this helped and plz mark me brainliest
Answered by
6
Answer:
कवि रसखान जी के अनुसार, उस गोपी ने कहा कि मै कृषण की मुरली को अपने होठों पर कभी धारण नही करूंगी। आशय यह है कि मुरली श्री कृषण को बहुत पिॠय है, मुरली को होठो पर रखने का अधिकार भी उनही का है और वे ही इससे मधुर तान सुना सकते है।
Similar questions