गोपियाँ उद्धव को व्यंगपूर्व ढंग से क्या कहती है
Answers
Answered by
0
ve khati hai ki aal pyar ke bare me kyan jaane apne to kbi pyar kiya hi nhi hai . pyar ki bhasa ko keval payar karne hi vaale hai aap hai pida ko nhi jamaj sakte . Ham shri krishan ko milne ko aatur hai . karya hamara sandesh us tak pahuncha de....I love krishna.
Answered by
2
गोपियां उद्धव से कहती हैं कि वह तो तेल की गागर समान है जिस पर तेल रूपी प्रेम का कोई असर नहीं हुआ और वह तो कमल की पत्तियां के समान है जो पानी में रहते हुए भी उससे अछूती है यानी वह कृष्ण के पास रहते हुए भी उनके प्रेम से अछूते है इसलिए वह उनकी वरह वेदना को समजने में असमर्थ है।
HOPE U GOT ANSWER..
if u like brain list it
HOPE U GOT ANSWER..
if u like brain list it
Similar questions