गुरु गोविन्द सिंह जी ने आनन्दपुरसाहिब कब छोड़ा
(i) 1704 ईस्वी में
(i) 1804ईस्वी में (iii) 1904 ईस्वी में (iv)1604 ईस्वी
Answers
Explanation:
गुरु गोबिंद सिंह जी 20 दिसम्बर की रात आनंद पुर साहिब छोड़ कर 21 दिसम्बर की शाम को चमकौर पहुंचे थे, और उनके पीछे मुगलों की एक विशाल सेना जिसका नेतृत्व वजीर खां कर रहा था, भी 22 दिसम्बर की सुबह तक चमकौर पहुँच गयी थी। वजीर खां गुरु गोबिंद सिंह को जीवित या मृत पकड़ना चाहता था।
सही उत्तर है...
➲ 1704 ईस्वी में
⏩ 1704 ईस्वी में गुरु गोविंद सिंह ने आनंदपुर साहिब छोड़ा था। इससे पहले 1685 में भी उन्हें आनंदपुर छोड़ने के लिए विवश होना पड़ा था तब सिरमौर राज्य के राजा भीमचंद से मतभेद के कारण गुरु गोविंद सिंह जी को आनंदपुर साहिब छोड़ने के लिए विवश होना पड़ा था। वहां से टोका शहर चले गए। बाद में सन 1688 ईस्वी में वह वापस आनंदपुर साहिब आ गए। 1699 ईस्वी में उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की।
1704 ईस्वी में चमकौर युद्ध गुरुजी की सेना और मुगलों की सेना के बीच भयंकर युद्ध चला, लेकिन गुरु गोविंद सिंह ने हार नही मानी। मुगलों की फौजों ने छः महीने तक आनंदपुर साहिब की घेराबंदी करके रखी, लेकिन गुरु गोविंदसिंह जी सन् 1704 किसी तरह वहाँ से अपने सैनिकों सहित चुपचाप निकल जाने में सफल हुए।
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