ग्राम-भोजकों के काम बताओ। वे शक्तिशाली क्यों थे?
Answers
ग्राम-भोजकों के काम निम्न प्रकार से है :
ग्रामभोजका ग्राम के प्रधान को कहा जाता था और अक्सर सबसे बड़ा जमींदार को ग्राम-भोजकों का पद दिया जाता था। इन्होंने दासों का उपयोग किया और श्रमिकों को अपनी भूमि पर खेती करने के लिए काम पर रखा। उसने राजा की ओर से ग्रामीणों से कर वसूल किया।
वे एक शक्तिशाली गाँव के कर्मी थे, कभी वे एक न्यायाधीश के रूप में कार्य करते थे और कभी पुलिसकर्मी के रूप में।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।
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खाली जगहों को भरो :
(क) तमिल में बड़े भूस्वामी को ____ कहते थे।
(ख) ग्राम-भोजकों की जमीन पर प्राय: ____ द्वारा खेती की जाती थी।
(ग) तमिल में हलवाहे को ____ कहते थे।
(घ) अधिकांश गृहपति ____ भूस्वामी होते थे।
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गाँवों तथा शहरों दोनों में रहने वाले शिल्पकारों की सूची बनाओ।
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Explanation:
उत्तर: ग्राम भोजकों को राजा द्वारा किसानों से कर वसूलने की अनुमति मिली हुई थी। उन्हें कभी कभी न्यायाधीश की जिम्मेदारी सम्भालनी पड़ती थी, साथ ही कभी पुलिस का काम भी करना पड़ता था।