ग्रामीण भारत में लघु व्यवसाय की भूमिका का वर्णन कीजिए।
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Answer:
ग्रामीण भारत में लघु व्यवसाय से तात्पर्य है जो सभी लोग सामूहिक रूप से एक संगठित क्षेत्र में कर सके जिसके द्वारा कुछ संगठित समूहों को लाभ मिल सके
Answer:
लघु उद्योग' (छोटे पैमाने की औद्योगिक इकाइयाँ
Explanation:
वे इकाइयां होती है जो मध्यम स्तर के विनियोग की सहायता से उत्पादन प्रारम्भ करती हैं। इन इकाइयों मे श्रम शक्ति की मात्रा भी कम होती है और सापेक्षिक रूप से वस्तुओं एवं सेवाओं का कम मात्रा में उत्पादान किया जाता है। ये बड़े पैमाने के उद्योगो से पूंजी की मात्रा, रोजगार, उत्पादन एवं प्रबन्ध, आगतों एवं निर्गतो के प्रवाह इत्यादि की दृष्टि से भिन्न प्रकार की होती है। ये कुटीर उद्योगों से भी इन आधारों पर भिन्न होती हैं- उत्पादन में यंत्रीकरण की मात्रा, मजदूरी पर लगाये गये श्रमिकों एवं परिवारिक श्रमिकों के अनुपात, बाजार का भौगोलिक आकार, विनियोजित पूंजी इत्यादि।
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