Economy, asked by Amihan8151, 1 year ago

ग्रामीण क्षेत्र के विकास में बाधक तत्व है
(अ) बाल-विवाह
(ब) अशिक्षा
(स) लिंगभेद
(द) सभी

Answers

Answered by Ankitakashyap2005
0

Answer:

(d) sabhi

hope it helps u...

please mark me as a brainliest please...❤

Answered by ZareenaTabassum
0

विकल्प द सही है। उल्लिखित हर विकल्प ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में बाधक है। इतने सारे कानूनों के बाद भी बाल विवाह अभी भी मौजूद है। निरक्षरता जिसका अर्थ है कि लोगों को बुनियादी ज्ञान नहीं है, लैंगिक असमानता हर घर में देखी जा सकती है। महिलाएं घरेलू हिंसा, पक्षपात आदि का शिकार बनी रहती हैं।

  • आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विवाह का प्रचलन व्यापक रूप से है। इस प्रथा के पीछे सबसे आम तर्क यह है कि लड़कियों को अपने पति के घर में होना चाहिए, यह जितनी जल्दी हो जाए उतना अच्छा है। आमतौर पर माता-पिता बच्चियों को बोझ समझते हैं।
  • भारत में निरक्षरता देश में सामाजिक और आर्थिक विभाजन के एक जटिल जाल के कारण है। आर्थिक असमानता, लैंगिक भेदभाव, जातिगत भेदभाव और तकनीकी बाधाओं के कारण भारत में निरक्षरता है।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में पुरुष लिंग को अभी भी श्रेष्ठ माना जाता है। ग्रामीण महिलाओं के वेतनभोगी होने की संभावना कम होती है, और जब वे होती हैं, तो वे पुरुषों की तुलना में कम कमाती हैं।
  • इसलिए,सभी विकल्प सही हैं।

#SPJ2

Similar questions