ग्राम धनात्मक व ग्राम ऋणात्मक जीवाणु में कोई 5 अंतर लिखिए ?
Answers
Answer:
ग्राम-धनात्मक बैक्टीरिया (Gram-positive bacteria) वे बैक्टीरिया होते हैं जो ग्राम अभिरंजन परीक्षण में क्रिस्टल वायोलेट (crystal violet) नामक रंग से सने जाने पर उस रंग को पकड़ते हैं और नीले या जामुनी हो जाते हैं। ऐसे बैक्टीरिया की कोशिका भित्ति (कोशिकाओं की दिवारें) पेप्टाइडोग्लाइकैन (peptidoglycan) की मोटी परतों से बनी होती है जो इस रंग को सोखकर बैक्टीरिया का रंग बदल देती है। ग्राम-धनात्मक कई रोग फैलाते हैं लेकिन वे एंटीबायोटिक (प्रतिजैविक) से ग्राम-ऋणात्मक बैक्टीरिया से अधिक प्रभावित होते हैं जिनसे उनकी रोकथाम में ग्राम-ऋणात्मक से कुछ अधिक आसानी देखी गई है।
Explanation:
ग्राम-ऋणात्मक बैक्टीरिया (Gram-negative bacteria) वे बैक्टीरिया होते हैं जो ग्राम अभिरंजन परीक्षण में क्रिस्टल वायोलेट (crystal violet) नामक रंग से सने जाने पर उस रंग को नहीं पकड़ते हैं और रंगहीन ही रहते हैं। ऐसे बैक्टीरिया की कोशिका भित्ति (कोशिकाओं की दिवारें) पेप्टाइडोग्लाइकैन (peptidoglycan) की पतली परतों से बनी होती हैं। ग्राम-ऋणात्मक बैक्टीरिया विश्वभर में मिलते हैं। इनकी कुछ जातियाँ रोग का कारण होती हैं और एंटीबायोटिक (प्रतिजैविक) की कुछ श्रेणियाँ ऐसी हैं जो केवल इस प्रकार के बैक्टीरिया द्वारा फैलाए गए रोगों की रोकथाम करती हैं।
please like and
brainlist...
please