Biology, asked by wwwrammanoharg1854, 10 months ago

गार्नर बनाम मर्रे"" के निर्णय की क्रियाशीलता को समझाइ ए | क्या यह नियम भारत में लागू होता है ? इस निर्णय के लागू न होने पर साझेदारों के खातो पर क्या प्रभाव पड़ेगा?​

Answers

Answered by preetykumar6666
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द गार्नर बनाम मरे:

गार्नर बनाम मुर्रे नियम फर्म के विघटन के मामले में लागू है; नियम में कहा गया है कि किसी साझेदार के दिवालिया होने के नुकसान का एक कैपिटल लॉस है, जिसे फर्म के विघटन की तारीख पर बैलेंस शीट में खड़े अपनी राजधानियों के अनुपात में विलायक भागीदारों द्वारा वहन किया जाना चाहिए।

भारत में प्रयोज्यता:

गार्नर बनाम मरे तभी लागू होते हैं जब दिवालिया भागीदार के पूंजी खाते में कमी को साझा करने के लिए भागीदारों के बीच कोई समझौता नहीं होता है। लाभ हानि को सामान्य तरीके से लाभ-साझाकरण अनुपात में विभाजित किया जाना चाहिए।

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