गुरु-शिष्य संबंध कहां से शुरू होता है और यह कहां परिपक्व होता है?
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Hey dear friend ,
Here is your answer
मित्र मेरे अनुसार 【 गुरु शिष्य का संबंध तो छात्र को गुरु के स्वीकार करते ही शुरू हो जाता है और यह संबंध परिपक्व तब होता है शिष्य बिना आज्ञा के गुरु के विचारों और उनकी भावनाओं से परिचित होने लगे ,
तभी गुरु का संबंध परिपक्व माना जा सकता है । 】
Thanks ;)☺☺☺☺☺
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तभी गुरु का संबंध परिपक्व माना जा सकता है । 】
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