गिरिधर कविराय का जीवन परिचय देते हुए कविता का केंद्रीय भाव लिखिए
Answers
शिव सिंह ने गिरिधर कविराय जन्म संवत 1770 बताया हैं। तो इस हिसाब से उनके कविता-काल संवत 1800 के उपरान्त ही माना जाता हैं। ऐसा माना जाता हैं कि ये पंजाब के रहने वाले थे, किन्तु कुछ समय पश्चात प्रयागराज के आसपास आकर रहने लगे थे। इन्होंने समस्त काव्य कुंडलियों में ही रचा है। कुछ लोगों का मानना हैं कि जिन कुंडलियों में 'सांई की छाप है वे इनकी पत्नी द्वारा रचित हैं। गिरधर कविराय द्वारा उपयोग की जाने वाली भाषा अवधी और पंजाबी है। इनके अधिकतर काव्य नीति विषयक हैं। गिरिधर कविराय ग्रंथावली में इनकी पांच सौ से अधिक कुडलियां संकलित हैं।
गिरिधर कवि ने नीति, वैराग्य और अध्यात्म को ही अपनी कविता का विषय बनाया है। इस कविता में भी समाज के हित में लिए जाने वाले फैसले को व्यक्तिगत स्वार्थ से उपर बताया हैं। इनके अनुसार समाज हित सर्वोपरी हैं।
#Learn More:
Read more at https://brainly.in/question/8924538
Read more at https://brainly.in/question/14855606