गीत गाने दो मुझे कविता का केंद्रीय भाव स्पष्ट करें
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Answer:
गीत गाने दो कविता कवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जी द्वारा रचित काव्य है। कवि ने अपने जीवन की मुश्किलों से बहुत कुछ सीखा है और कवि ने इस कविता के माध्यम से वही समझाने प्रयास किया है।
Explanation:
कवि सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला” जी ने अपने इस कविता के माध्यम से हमें जीवन में निरंतर संघर्ष करने की प्रेरणा दी है। कवि का मानना है कि हमें जीवन की मुश्किल परिस्थितियों में होश हावास नहीं खोना चाहिए।
प्रस्तुत काव्यांश में कवि निराला ने अपने पीढ़ा को कम करने के लिए गीत गाने की बात कही है। कवि निराला का जीवन संघर्षों से भरा था। वह जीवन भर संघर्ष करते-करते थक चुके थे
एक समय पर कवि को ऐसा भी लगता है, मानो उनका अंत करीब आ गया हो। वे ऐसी स्थिति में पहुंच गए थे, जहां वो बिल्कुल हार मान चुके थे। अब उनको ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे की उनकी मृत्यु उनके निकट खड़ी हैं। आईये इस ब्लॉग में इसे विस्तार से समझते हैं।
Answer:
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