गुट निरपेक्षता' की नीति शीत युद्ध के दौरान भारत की विदेश नीति के लिए मील का पत्थर साबित हुई। क्या आप इस कथन
से सहमत हैं? तर्क युक्त विश्लेषण कीजिए।
Answers
Answer:
गुटनिरपेक्षता की नीति भारत के लिए मील का पत्थर साबित हुई। यह कथन से सहमत हुआ जा सकता है। गुटनिरपेक्षता के नीति भारत के लिए हितकारी रही इसे निम्न तर्कों से समझा जा सकता है|
भारत ने जब गुटनिरपेक्षता की नीति को अपनाया तो भारत ऐसे निर्णय लेने में समर्थ रहा जो उसके अपने स्वयं के हित के लिए लाभकारी रहे।
भारत के द्वारा गुटनिरपेक्षता की नीति अपनाने के कारण उसे दोनों गुटों से लाभ मिला। भारत एक विशाल और महत्वपूर्ण देश है तो दोनों गुट भारत अपने पास लाना चाहते थे ऐसे में यदि एक महाशक्ति भारत पर दबाव बनाती तो दूसरी सहायता के लिए तत्पर रहती थी। इसका यह लाभ हुआ कि दोनों में से कोई भी भारत पर अपना पूर्ण दबाव नहीं बना पाया और एक संतुलन कायम रहा।
विश्व शांति एवं स्थिरता के लिए भारत ने निरपेक्ष आंदोलन चलाया और दोनों गुटों के बीच मध्यस्थता करने की सक्रिय भूमिका निभाई, जिससे भारत का महत्व बढ़ा।
भारत ने गुटनिरपेक्ष ताकि नीति अपनाकर और गुटनिरपेक्ष आंदोलन चलाकर नए-नए स्वतंत्र हुए देशों को एक प्रेरणा स्रोत का काम किया ऐसे देशों ने भी गुटनिरपेक्षता की नीति अपनाई। गुटनिरपेक्षता की नीति का सबसे सफल परिणाम यह हुआ कि भारत का कोई भी दुश्मन देश नहीं हुआ और भारत के सभी देशों से समान स्तर पर संबंध कायम रहे।