गांधी जी का कामयाब कहानी इन हिंदी
plz answer it fastly as possible as
Answers
सबसे पहले गान्धी जी ने प्रवासी वकील के रूप में दक्षिण अफ्रीका में भारतीय समुदाय के लोगों के नागरिक अधिकारों के लिये संघर्ष हेतु सत्याग्रह करना आरम्भ किया। 1915 में उनकी भारत वापसी हुई।[23] उसके बाद उन्होंने यहाँ के किसानों, श्रमिकों और नगरीय श्रमिकों को अत्यधिक भूमि कर और भेदभाव के विरुद्ध आवाज उठाने के लिये एकजुट किया। 1921 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बागडोर संभालने के बाद उन्होंने देशभर में दरिद्रता से मुक्ति दिलाने, महिलाओं के अधिकारों का विस्तार, धार्मिक एवं जातीय एकता का निर्माण व आत्मनिर्भरता के लिये अस्पृश्यता के विरोध में अनेकों कार्यक्रम चलाये। इन सबमें विदेशी राज से मुक्ति दिलाने वाला स्वराज की प्राप्ति वाला कार्यक्रम ही प्रमुख था। गाँधी जी ने ब्रिटिश सरकार द्वारा भारतीयों पर लगाये गये लवण कर के विरोध में 1930 में नमक सत्याग्रह और इसके बाद 1942 में अंग्रेजो भारत छोड़ो आन्दोलन से विशेष विख्याति प्राप्त की। दक्षिण अफ्रीका और भारत में विभिन्न अवसरों पर कई वर्षों तक उन्हें कारागृह में भी रहना पड़ा।
Answer:
गांधी जी का कामयाब कहानी इन हिंदी
Explanation:
देश में राष्ट्रपिता का सम्मान पाने वाले मोहन दास करम चंद गांधी यानी महात्मा गांधी एक ऐसा नाम है जिनके सफलता के लोग किस्से सुनाते नहीं थकते। महात्मा गांधी का नाम लोगों की जुबान पर रटा रहता है। कोई भी राजनीतिक या सामाजिक कार्यक्रम हो, लोग महात्मा गांधी से प्रेरणा लेने की बात करते हैं। लेकिन एक बात लोगों को कम ही बताई जाती है कि महात्मा गांधी एक ऐसे व्यक्ति हैं जो बार-बार असफल होने के बाद सफल हुए हैं।
महात्मा गांधी ने अपनी आत्मकथा 'सत्य के साथ मेरे प्रयोग' में अपनी असफलताओं के बारे में विस्तार से बताया है। उन्होंने बताया किस प्रकार से उन्हें शिक्षक तक नौकरी नहीं मिली थी। उनके बड़े भाई ने काफी मेहनत से उन्हें दक्षिण अफ्रीका में वकालत करने के लिए भेजा तो यहां उनके लिए कुछ भी आसान नहीं था। महात्मा गांधी ने जब वकालत करने की सोची तो वह इतने कमजोर वकील थे कि दूसरे वकील के सामने अपना तर्क रखने की हिम्मत तक नहीं जुटा पाते थे। कुछ समय तक एक केस कानूनी फाइल तैयार करने के बाद वह साउथ अफ्रीका में राजनीतिक आंदोलन में शामिल होगा। यहां से उन्होंने सत्याग्रह करने की शुरुआत की। ये आंदोलन भी ऐसे नहीं थे कि उन्हें हर बार सफलता मिली हो, कई आंदोलनों को उन्हें बीच में ही छोड़ना पड़ा था। महात्मा गांधी के जो आंदोलन उनकी पहचान हैं उनमें से कई आंदोलन असफल भी हुए हैं।