गांधी जी की सफलता का रहस्य क्या था
Answers
Answer:
आज गांधीजी को जितना हम लताड़ लगा रहे हैं उतनी अगर हमारे बाप दादाओं ने लगाई होती तो परिणाम कुछ अलग होते । जितने लोग गांधी जी के अनुयायी बने उतने वाकई सावरकर या नेताजी के पीछे होते तो बात कुछ अलग होती । गांधी जी के पीछे जनता थी क्योंकि उनका अनुसरण करना तुलना में आसान था। गांधी के राह पर ना सावरकर की यातनाएँ थी और ना नेताजी के कष्ट । गांधी जी के अनुयायी भी जेल हो आए लेकिन अंदमान नहीं । उन्होने भी मार खाया पुलिस का लेकिन साथियों के नाम पते उगलवानेवाली यातनाएँ सही नहीं । जिन्होने यातनाएँ सही वे गांधी जी के अनुयायी नहीं थे ।
Answer:
एक यथास्थितिवादी समाज था गांधी जी की सफलता का रहस्य । और ऐसे यथास्थितिवादी समाज हमेशा गांधी ही चुनेगा, शायद इसीलिए माता रोम की हिम्मत बढ़ी कि इस देश की आत्ममग्न, आत्ममुग्ध हिन्दू जनता राहुल को भी चुन लेगी, क्योंकि आखिर वो भी तो गांधी है ।