Hindi, asked by mokshyadav69, 4 months ago

गांधीजी की सक्रियता के आहवान दोहरा अवान
था, कसे?​

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Answered by kalamadhu366
5

गाँधी जी की सक्रियता को दोहरा आह्वान माना गया क्योंकि एक ओर तो उनका लक्ष्य था विदेशी शासन की चुनौती देना और दूसरी ओर सामाजिक बुराइयों के विरुद्ध लड़कर देश की समस्याओं को हल करना व दलित जातियों को ऊपर उठाने के साथ छुआछूत के अभिशाप को समाप्त करना।

Answered by rksrivastavafzr1977
2

Answer:

गाँधी जी की सक्रियता को दोहरा आह्वान माना गया क्योंकि एक ओर तो उनका लक्ष्य था विदेशी शासन की चुनौती देना और दूसरी ओर सामाजिक बुराइयों के विरुद्ध लड़कर देश की समस्याओं को हल करना व दलित जातियों को ऊपर उठाने के साथ छुआछूत के अभिशाप को समाप्त करना।

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