गांधीजी द्वारा लिखित
'मेरे सत्य के प्रयोग
(आत्मकथा)पुस्तक
का कोई अंश पढ़िए।
Answers
Answered by
6
Answer:
- में कही हैं। ये उनके जीवन दर्शन को दर्शाती है।
पिछले तीस सालों से जिस चीज को पाने के लिये लालायित हूं वो है स्व की पहचान, भगवान से साक्षात्कार, और मोक्ष। इस लक्ष्य के पाने के लिये ही मैं जीवन व्यतीत करता हूं। मैं जो कुछ भी बोलता और लिखता हूं या फिर राजनीति में जो कुछ भी करता हू वो सब इन लक्ष्यो की प्राप्ति के लिये ही है।
Explanation:
mark me as a brain list
Similar questions