Political Science, asked by imdhruvparashar, 5 months ago

गांधी द्वारा प्रतिपादित ट्रस्टीशिय का सिद्धान्त का अर्थ
स्पष्ट कीजिए


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Answered by sakshikashyap374
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Answer:

गांधीजी के ट्रस्टीशिप अर्थात न्यासिता के सिद्धान्त के मूल में यह है कि पूंजी का असली मालिक पूंजीपति नहीं बल्कि पूरा समाज है, पूंजीपति तो केवल उस संपत्ति का रखवाला है। गांधीजी का यह मानना था कि जो संपत्ति पूंजीपतियों के पास है, वह उसके पास धरोहर के रूप में है।

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