गांव में फैलता फैशन विषय पर एक आलेख लिखिए
Answers
गांव में फैलता फैशन विषय पर एक आलेख :
आज के समय में फैशन गाँव-गाँव तक फ़ैल रहा है | लोग गाँव की संस्कृति को भूलकर मिश्रित संस्कृति को अपना रहे है | गाँव के लोग अब शहरी जीवन को अपना रहे है | धीरे-धीरे अपने रीति-रिवाजों को खत्म कर रहे है |
आज के समय का यह गंभीर मुदा है बच्चे फैशन का शिकार होते जा रहे है | बच्चे टीवी , इंटरनेट , मोबाइल इन सब चीजों का गलत इस्तेमाल कर रहे है |
बात करें कपड़ों की तो जैसे हम अपनी संस्कृति भूलते ही जा रहे है , और वेस्टन चीजों को अपना रहे है | आज के बच्चों ने तो पढ़ाई को भी फैशन बना दिया है |
स्कूल के बाद ट्यूशन पढ़ने जाते | मोबाइल में सारा समय बिता देते है | माता-पिता से चीजों की डिमांड करते है | यदि माता-पिता उनकी जिद पूरी न करें तो उन्हें डराते है | आज कल हर बात को फैशन बना दिया है | बात करें कपड़ों की तो जैसे हम अपनी संस्कृति भूलते ही जा रहे है , और वेस्टन चीजों को अपना रहे है |
गांव की मिट्टी की खुशबू कौन भूल सकता है भला? गांवों की बात ही निराली होती है। चाहे वह मिट्टी की सौंधी खुशबू हो, या फिर गांव की बोली, या वहां का पहनावा। वैसे भारत जैसे कृषि प्रधान देश में गांवों की संख्या भी अधिक है। हर गांव का रंग एक दूसरे से अलग और निराला है। हर गांव का पहनावा, गहने, रहन-सहन सभी कुछ एक दूसरे से बहुत भिन्न है। आज हम नए-नए फैशन वीक्स में रैम्प पर जो एथनिक फैशन देखते हैं, वह अधिकतर गांवों से आई है। हर गांव, फैशन की एक नई कहानी सुनाता है। आइये आज सैर करते हैं भारत के इन्ही गांवों में, और जानते है फैशन की एक नई कहानी..
देखा जाए तो भारत के उत्तरी भाग में गांवों में पहनावा, बोली, गहने आदि के प्रकार और दक्षिण भारत के गांवों में इन सबके प्रकारों में जमीन आसमान का अंतर है। विविधता में एकता के सूत्र में बंधे ग्रामीण भारत की फैशन में भी विविधता है। जहां उत्तरी भारत में सिक्कों की माला का महत्व है, वहीं आज भी दक्षिण भारत में गांवों में सोने या सोने जैसे दिखने वाले गहनें है।