गांव और शहर दोनों जगहों पर चलने वाले मोहन के जीवन संघर्ष में क्या फर्क है चर्चा करें और लिखे
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गांव और शहर दोनों जगहों पर चलने वाले मोहन के जीवन संघर्ष में क्या फर्क है चर्चा करें और लिखे
उत्तर : गांव और शहर दोनों जगहों पर चलने वाले मोहन के जीवन संघर्ष में फर्क था |
मोहन गाँव में शिक्षा प्राप्त करने के लिए बहुत संघर्ष करता था | उसे पढ़ाई के लिए दूर पढ़ने जाना पड़ता था | स्कूल जाने के लिए उसे बहुत मेहनत करनी पड़ती थी | स्कूल में उसका बहुत नाम था | वह पढ़ाई में बहुत अच्छा था , सब उसके भविष्य के लिए कामना करते थे |
शहर आकर उसे पढ़ाई के लिए समय नहीं मिला | जैसा मोहन से सोचा था वैसा कुछ नहीं हुआ | शहर में वह घर के काम ही करता रह गया | मोहन को घर का नौकर बना कर रख दिया था | मोहन को अब पढ़ाई के साथ लोगों के घर में काम करने के लिए संघर्ष करना पड़ता था |इस संघर्षों ने मोहन के बालक जीवन को खत्म कर दिया था |
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