गाय घास खाती है। संस्कृत में अनुवाद करें।
Answers
गाय घास खाती है। संस्कृत में अनुवाद करें।
गाय घास खाती है।
संस्कृत अनुवाद : धेनु तृणं खादति।
अभ्यास के लिए कुछ और संस्कृत अनुवाद
राम फल खाता है।
संस्कृत अनुवाद : रामः फलम् खादति।
सीता जाती है।
संस्कृत अनुवाद : सीता गच्छति।
वह भोजन करता है।
संस्कृत अनुवाद : सः भोजनं खादति।
वन हमें प्राणवायु प्रदान करते हैं।
संस्कृत अनुवाद : वनानि अस्मान प्राणवायु ददाति।
वन हमारे लिए बहुत उपयोगी हैं।
संस्कृत अनुवाद : वनानि अस्माकं अतीव उपयोगिनों भवन्ति।
गाँव का जीवन शांत और सरल होता है।
संस्कृत अनुवाद : ग्रामजीवनं शान्तं सरलं च भवति।
व्याख्या :
संस्कृत भाषा भारत और विश्व की सबसे प्राचीनतम भाषा है। ये भाषा प्राचीन वैदिक काल में बोली जाने वाली मुख्य भाषा थी। वर्तमान समय जितनी भी भारतीय भाषायें है, उनकी सबसी उत्पत्ति संस्कृत भाषा से ही हुई है। इसी कारण संस्कृत भाषा सभी भारतीय भाषाओं की जननी है। विश्व की अनेक भाषाओं पर संस्कृत का प्रभाव दिखायी देता है।
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Answer:
धेनु तृणं खड़ाति।
Explanation:
एक गाय घास खाती है। संस्कृत में अनुवाद करें।
एक गाय घास खाती है।
संस्कृत अनुवादः धेनु तृणं खड़ाति।
अभ्यास के लिए कुछ और संस्कृत अनुवाद
राम फल खाता है।
संस्कृत अनुवाद: राम: फलम खड़ाति।
सीता चली जाती है।
संस्कृत अनुवाद: सीता गच्छति।
वह उसे।
संस्कृत अनुवाद: सः भोजनं खडति।
वन हमें प्राणवायु प्रदान करते हैं।
संस्कृत अनुवाद: वननि असमं प्रणवायु ददाति।
वन हमारे लिए बहुत उपयोगी हैं।
संस्कृत अनुवाद: वनानि आस्माकं अतीव युजिनो भवन्ति।
गाँव में जीवन शांतिपूर्ण और सरल है।
संस्कृत अनुवाद: ग्रामजीवनं शांतं सारलं च भवती।
संस्कृत भारत और विश्व की सबसे पुरानी भाषा है। यह भाषा प्राचीन वैदिक काल में बोली जाने वाली प्रमुख भाषा थी। वर्तमान समय में सभी भारतीय भाषाओं की उत्पत्ति संस्कृत से ही हुई है। इसलिए संस्कृत सभी भारतीय भाषाओं की जननी है। विश्व की अनेक भाषाओं में संस्कृत का प्रभाव दृष्टिगोचर होता है।
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