Gaav se shar ane par shar ka varnan karte hua patra
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अपने गांव का वर्णन करते हुए अपने मित्र को पत्र
लिखें ।
प्रिय अनुराग
मैं 'कुशलता से हूं आशा करता हूं तुम भी ठीक-ठाक और स्वस्थ होंगे । इस पत्र के माध्यम से तुम्हें अपने गांव के बारे में बताना चाहता हूं। दरअसल मेरा गांव का नाम लछुआर है । मेरा गांव एक पर्यटक स्थल के रूप में परिवर्तित हो गया है। यहां पर जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर श्री महावीर स्वामी जी का जन्म हुआ था । यह जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर श्री महावीर स्वामी का जन्म भूमि है, जहां रोजाना 200 से 500 के बीच जैन धर्म के दर्शन के अभिलाषी आते हैं। यहां पर जैन धर्म के अनुयायियों का तांता लगा रहता है । क्या भारत के अनेक धर्मों में से एक है । जैन धर्म का उद्देश्य था:- अहिंसा । मेरे गांव में प्राकृतिक सौंदर्य भी है । मेरा गांव चारों तरफ से पहाड़ों से घिरा है । यहां अनेक प्रकार की नदियां और झरने पाई जाती हैं । मेरा गांव बहुआरी नदी के किनारे बसा हुआ है । जिसमें कि वर्ष भर पानी रहता है । यह नदी अपने जन्म से लेकर अभी तक नहीं सूखी ।क्योंकि क्योंकि किसका जल स्रोत बहुत ही बड़ा है। मेरे गांव में चारों तरफ उजाला है। यहां पर एक बहुत बड़ा जैन मंदिर है, जिसके अंदर श्री महावीर स्वामी जी का 2600 साल पुराना मूर्ति स्थापित है।
Explanation:
hope its help to you