Gamin ki swachata ke bareme jankari
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स्वच्छ भारत अभियान सफाई की दिशा में भारत में ले लिया एक बड़ा कदम था। यह भारतीयप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था। उन्होंने कहा कि हम कुछ वापस देना चाहिएताकि गांधीजी हमें आजादी दे दी है कि कहते हैं। और भी गांधी स्वतंत्रता और सफाई चाहते थे जोदो बातें कर रहे थे। इसलिए हमारे प्रधानमंत्री अभियान भारत इस चकती एक श्रद्धांजलि गांधी जीका कहना है कि
भरत आदर्श वाक्य हमारे देश स्वच्छ और पूरी तरह से प्रदूषण को कम कर देता है, जो पेड़ के साथलगाए बनाने के लिए है जो एक अभियान है। इसके लक्षणों में स्वस्थ लोगों के साथ प्रदूषणऔर स्वच्छ परिवेश में नुकसान हुआ है। इस स्वच्छ भारत अभियान के अनुसार साफ औरस्वच्छ भारत रखने के लिए हमारी सरकार द्वारा शुरू किया एक मिशन है। स्वच्छ भारत मिशनके लिए हमारे वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 के 2 एन डी अक्टूबर को शुरू किया गया थाऔर वे चुनौती लेने और नौ से अधिक लोगों को नामित करना और इतनी| यह शामिल होने केजीवन के सभी क्षेत्रों से प्रसिद्ध लोगों के साथ तब से आगे बढ़ाया गया है। स्वच्छ भारत मिशन केस्वतंत्रता दिवस पर घोषणा की और 2 अक्टूबर को शुरू किया गया था।
स्वच्छ भारत हमारे जीने में एक अच्छा प्रभाव दिखाता है। यह सबसे पहले हम भी हमें स्वस्थ रखता है जो इस के अंतर्गत आने साफ कपड़े पहने, ब्रश होने, स्नान बात करके स्वच्छ हर दिन हमें रखने के लिए इसका मतलब है।
आम तौर पर हम अपने स्वास्थ्य पर काफी प्रभाव दिखाकर मच्छर जनसंख्या में वृद्धि हो जाती है, जो हमारे परिवेश में कचरे से बाहर फेंक देते हैं।
हम धूल डिब्बे का उपयोग अगर हम हम संक्रमण या वायरल रोगों के किसी भी प्रकार प्राप्त फ्लॉप स्वच्छ हमारे शौचालय रखने मलेरिया ,डेंगू की कोई समस्या नहीं होगी ..
हम स्वच्छ हमारे शहर रखने अगर हम कई बीमारियों से प्रभावित नहीं करेगा। इसलिए भारत की सफाई से सुरक्षित रखने के लिए।
भरत आदर्श वाक्य हमारे देश स्वच्छ और पूरी तरह से प्रदूषण को कम कर देता है, जो पेड़ के साथलगाए बनाने के लिए है जो एक अभियान है। इसके लक्षणों में स्वस्थ लोगों के साथ प्रदूषणऔर स्वच्छ परिवेश में नुकसान हुआ है। इस स्वच्छ भारत अभियान के अनुसार साफ औरस्वच्छ भारत रखने के लिए हमारी सरकार द्वारा शुरू किया एक मिशन है। स्वच्छ भारत मिशनके लिए हमारे वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 के 2 एन डी अक्टूबर को शुरू किया गया थाऔर वे चुनौती लेने और नौ से अधिक लोगों को नामित करना और इतनी| यह शामिल होने केजीवन के सभी क्षेत्रों से प्रसिद्ध लोगों के साथ तब से आगे बढ़ाया गया है। स्वच्छ भारत मिशन केस्वतंत्रता दिवस पर घोषणा की और 2 अक्टूबर को शुरू किया गया था।
स्वच्छ भारत हमारे जीने में एक अच्छा प्रभाव दिखाता है। यह सबसे पहले हम भी हमें स्वस्थ रखता है जो इस के अंतर्गत आने साफ कपड़े पहने, ब्रश होने, स्नान बात करके स्वच्छ हर दिन हमें रखने के लिए इसका मतलब है।
आम तौर पर हम अपने स्वास्थ्य पर काफी प्रभाव दिखाकर मच्छर जनसंख्या में वृद्धि हो जाती है, जो हमारे परिवेश में कचरे से बाहर फेंक देते हैं।
हम धूल डिब्बे का उपयोग अगर हम हम संक्रमण या वायरल रोगों के किसी भी प्रकार प्राप्त फ्लॉप स्वच्छ हमारे शौचालय रखने मलेरिया ,डेंगू की कोई समस्या नहीं होगी ..
हम स्वच्छ हमारे शहर रखने अगर हम कई बीमारियों से प्रभावित नहीं करेगा। इसलिए भारत की सफाई से सुरक्षित रखने के लिए।
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स्वच्छ विद्यालय और स्वच्छ भारत, एक बढिया
विचार है। इस से हिंदुस्थन और हिन्दुस्थानियों का भलाई होगा। यह
सही समय है कि हम पूरे देश भर की इस समस्या का हल निकालें ।
2 अक्टोबर 2014 को प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान का शुभ आरंभ किया। महात्मा गाँधी का यह एक सपना था कि सब भारत वासी स्वच्छता के बारे में सीखें और उसका अमल करें। वे पर्यवरण को साफ रखने में काफी ध्यान देते थे।
अगर सब नागरिक छोटे और बड़े अपने घर को और आसपास के जगहों को साफ रखें तो बीमारियाँ फैलना बंद हो जायेंगी। हमारा घर, मुल्क, और देश सुन्दर दीखेंगे। सफायी के मामले में हम हिंदुस्तानी विदेशी वासियों से बहुत पीछे हैं। भारत को स्वच्छ और साफ रखने से हमारे पैसे, जो अस्पतल में और दवाइयों के लिये खर्च कराटे हैं, बच जायेंगे । हम देश को विकास की और ले जा सकेंगे। सफाई और स्वच्छता भारत के सभी नागरिकों की एक सामाजिक जिम्मेदारी बनती है।
स्वच्छ भारत से सार्वजनिक स्वास्थ्य और सफाई बढ़ेंगे और गरीबों के पैसे भी बचेंगे। इस से भारत की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। सिर्फ दो घंटे हर हफ़्ते लगाना है हमें इस काम में। स्वच्छ भारत में लोग ना गंदगी करेंगे और ना करने देंगे ।
विद्यालयों में छोटे बच्चे सफाई और स्वास्थ्य के बारे में सीखते हैं। गंदगी, कूड़ा, और कचरे से होनेवाले नुकसान भी समझते हैं। विद्यार्थी बडे हो कर जब नागरिक बन जायेंगे, तब भारत को स्वच्छ और साफ रखेंगे। विद्यार्थियों को सवास्थ्य के बारे मे जानकारी होने से वे अच्छे संस्कार भी सीखेंगे। और अपने परिवार के स्वास्थ्य के बारे में भी जागरूक रहेंगे।
विद्यालयों में विद्यार्थियों को सब कुछ साफ रखने की आदत पड जाती है, तब वे बिना बताये ही अपनी जगाह के साथ साथ असपास के जगहों को भी साफ और सुन्दर रखने का जिम्मेदारी ले लेंगे। जहाँ पर सरकार या नगर पालिका अच्छा प्रबन्धन नहीं कर पाती है, वहां कुछ स्वैच्छिक संस्थानों को सफाई के कम सौंपना चाहिये। इन संस्थानों को कुछ नाममात्र भुगतान भी दिया जा सकता है
2 अक्टोबर 2014 को प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान का शुभ आरंभ किया। महात्मा गाँधी का यह एक सपना था कि सब भारत वासी स्वच्छता के बारे में सीखें और उसका अमल करें। वे पर्यवरण को साफ रखने में काफी ध्यान देते थे।
अगर सब नागरिक छोटे और बड़े अपने घर को और आसपास के जगहों को साफ रखें तो बीमारियाँ फैलना बंद हो जायेंगी। हमारा घर, मुल्क, और देश सुन्दर दीखेंगे। सफायी के मामले में हम हिंदुस्तानी विदेशी वासियों से बहुत पीछे हैं। भारत को स्वच्छ और साफ रखने से हमारे पैसे, जो अस्पतल में और दवाइयों के लिये खर्च कराटे हैं, बच जायेंगे । हम देश को विकास की और ले जा सकेंगे। सफाई और स्वच्छता भारत के सभी नागरिकों की एक सामाजिक जिम्मेदारी बनती है।
स्वच्छ भारत से सार्वजनिक स्वास्थ्य और सफाई बढ़ेंगे और गरीबों के पैसे भी बचेंगे। इस से भारत की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। सिर्फ दो घंटे हर हफ़्ते लगाना है हमें इस काम में। स्वच्छ भारत में लोग ना गंदगी करेंगे और ना करने देंगे ।
विद्यालयों में छोटे बच्चे सफाई और स्वास्थ्य के बारे में सीखते हैं। गंदगी, कूड़ा, और कचरे से होनेवाले नुकसान भी समझते हैं। विद्यार्थी बडे हो कर जब नागरिक बन जायेंगे, तब भारत को स्वच्छ और साफ रखेंगे। विद्यार्थियों को सवास्थ्य के बारे मे जानकारी होने से वे अच्छे संस्कार भी सीखेंगे। और अपने परिवार के स्वास्थ्य के बारे में भी जागरूक रहेंगे।
विद्यालयों में विद्यार्थियों को सब कुछ साफ रखने की आदत पड जाती है, तब वे बिना बताये ही अपनी जगाह के साथ साथ असपास के जगहों को भी साफ और सुन्दर रखने का जिम्मेदारी ले लेंगे। जहाँ पर सरकार या नगर पालिका अच्छा प्रबन्धन नहीं कर पाती है, वहां कुछ स्वैच्छिक संस्थानों को सफाई के कम सौंपना चाहिये। इन संस्थानों को कुछ नाममात्र भुगतान भी दिया जा सकता है
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