gandgi mukthe mera gau 250 words hindi essay
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शहरों की भीड़ भाड़ वाली जिंदगी से दूर भारत में गाँवो में जीवन बहुत ही सरल और सीधा साधा है. भारत के गाँवो में ज्यादातर किसान लोग ही निवास करते है क्योंकि आज भी भारत में गाँवो में आजीविका का मुख्य साधन कृषि ही है इसीलिए भारत को कृषि प्रधान देश भी कहा जाता है. भारत की जनसंख्या का आगे से भी ज्यादा हिस्सा आज भी गांव में ही निवास करता है इसलिए भारत को गाँवो का देश भी कहा जाता है.
गांव के लोग आधुनिक सुविधाओं से दूर बहुत ही साधारण जीवन यापन करते है. गांव में रहने वाले लोग अपनी आजीविका चलाने के लिए मुख्यतः कृषि पर निर्भर रहते हैं और साथ ही मुर्गी पालन, पशु पालन, मधुमक्खी पालन, मछली पालन आदि भी करते है.
गांव के लोग साधारण भोजन करते हैं वे भोजन में दूध दही और ताजा फल सब्जियों का सेवन करते है जिससे गांव के लोग हष्ट-पुष्ट रहते हैं और कम बीमार पड़ते है. गांव के लोग गरीबी रेखा से नीचे ही जीवन यापन करते है. यहां पर शहरों की तुलना में ज्यादा सुविधाएं नहीं होती है. यहां का वातावरण ठंडा और प्रदूषण मुक्त होता है यहां की हवा में ताजगी होती है क्योंकि यहां चारों ओर खेत खलियान और पेड़ पौधे होते है.
गांव के ज्यादातर लोग अनपढ़ होते हैं लेकिन जैसे-जैसे भारत विकास कर रहा है गांव में भी अब विद्यालय खुलने लगे हैं यहां पर भी शिक्षा का स्तर ऊपर उठने लगा है लेकिन भारत में जिस तेजी से गांव का विकास होना था उस तेजी से गांव का विकास नहीं हुआ है.
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स्वच्छता व बेहतर स्वास्थ्य की दृष्टि से वातावरण को अनुकूल बनाने के लिए कई नवाचार किए जा रहे हैं। कोरोना के बढ़ते संक्रमण, संचारी रोग से बचाव व स्वच्छता के विकास को लेकर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग जलशक्ति मंत्रालय द्वारा 8 से 15 अगस्त के बीच में ‘गंदगी मुक्त भारत’ अभियान सप्ताह चलाकर स्वच्छता को बढ़ावा दिया जा रहा है।
इस संबंध में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के असैनिक कार्य प्रबन्धक ने प्रारम्भिक शिक्षा एवं सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ को पत्र लिखकर ऑनलाइन कार्यक्रम कराने को कहा है। स्वच्छता केंद्र, पॉलीथिन नियंत्रण, वाल पेंटिंग, श्रमदान व पौधरोपण, ऑनलाइन पेंटिंग व निबंध प्रतियोगिता, प्राथमिक स्वास्थ्य केंदों पर सफाई व सैनिटाइजेशन के साथ-साथ ग्राम सभाओं में ओडीएफ प्लस गांवों की घोषणा की योजना बनाई गई है। एई रुपेन्द्र कुमार ने बताया कि बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा आयोजनों को लेकर दिशा निर्देश दिए गए हैं। उसका अनुपालन कराया जाएगा।