Hindi, asked by kajalpks59, 1 month ago

gandhi ji kaval updasak nahi tha , karmyogi bhi tha .letter in hindi​

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Answered by soumyasmita2006
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महात्मा गांधी कर्म को प्रधान मानते थे। वे भलीभांति जानते थे कि लंबे समय तक नि:स्वार्थ भाव से कर्म करने के बाद ही लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। दरअसल, वे श्रीमद्भगवद्गीता से बहुत प्रभावित थे। लंदन प्रवास के दौरान एक मित्र ने उन्हें एडविन अरनॉल्ड की कि ताब ‘द सॉन्ग सेलेशियल’ पढ़ने को दी। यह किताब श्रीमद्भगवद्गीता का अंग्रेजी में छंदबद्ध अनुवाद है।

Answered by varaddeshmukh1687
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