Gandhi Ji Ne Namak Kanoon kyu Toda
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Answer:
Angrezon ko bhagane ke liye
नमक मार्च, सविनय अवज्ञा आंदोलन की दिशा में पहला कदम था
Explanation:
12 मार्च भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि यह दिन दांडी मार्च के साथ सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत का प्रतीक है।
आठ साल पहले, 12 मार्च के दिन ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक नई दिशा दी। महात्मा गांधी का अहिंसात्मक आंदोलन इस दिन आक्रामक हो गया जब राष्ट्रपिता ने अहमदाबाद के साबरमती में अपने आश्रम से दांडी मार्च के लिए उड़ान भरी।
नमक के निर्माण और बिक्री पर अंग्रेजों का एकाधिकार था। नमक सत्याग्रह अंग्रेजों द्वारा नमक पर लगाए गए कर के विरोध में था। औपनिवेशिक भारत में समुद्री जल से नमक का उत्पादन करना अहिंसक सविनय अवज्ञा का कार्य था, क्योंकि यह भारतीय लोगों द्वारा प्रचलित था। यह सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए चुना गया था क्योंकि नमक को कुछ ऐसा माना जाता था जो हर भारतीय के पास एक बुनियादी अधिकार था। इसके अलावा, अंग्रेजों से इसकी खरीद पर भारी कर चुकाने के बदले समुद्र से नमक मुफ्त में बनाया जा सकता था।