English, asked by rajanshit509, 6 months ago

Gandhi mukt bharat essay

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Answered by mrudul44
0

Answer:

The Department of Drinking Water and Sanitation (DDWS) is organising a week-long

behaviour change campaign called ‘Gandagi Mukt Bharat’ (GMB) from 8th to 15th August

2020. As the name implies, the campaign aims to reaffirm commitment towards building a

cleaner and healthier future.

States and UTs are expected to actively participate in the programme as they mobilise

communities at District, Block and Village levels to engage in cleaning, plantation,

promotion of behaviour change, shramdaan and other swachhata related activities.

The highlight of the week-long campaign is the inauguration of the Rashtriya Swachhata

Kendra (RSK) on 8th August. A tribute to Mahatma Gandhi, the RSK was first announced by

the Hon'ble Prime Minister on 10th April 2017 at the centenary celebrations of Gandhiji's

indigo agitation, the Champaran Satyagraha. The RSK has been established at the Gandhi

Smriti and Darshan Samiti at Rajghat in New Delhi - a dynamic experience centre to actively

engage with citizens to impart information, awareness, and education around Swachhata in

an interactive format with a balanced mix of digital and outdoor installations.

Districts will of course take other innovative measures based on local ideas and innovations.

Amid the prevailing COVID-19 situation, maximum precautions will be taken with focus on

virtual platforms and interaction mediums, as per standard guidelines.

Answered by Anonymous
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Answer:

Explanation:

भारत सरकार के स्वच्छ भारत अभियान का मेरे गाँव ने पूरी तरह पालन किया है। आज हम गर्व से कह सकते हैं कि मेरा गाँव गंदगी मुक्त गाँव है। मेरे गाँव के सारे लोग सफाई के प्रति बेहद जागरूक हैं और मेरे गाँव के लोगों ने हमारे गाँव को स्वच्छ और गंदगी मुक्त बनाने में बेहद परिश्रम किया है।

मेरे गाँव के सरपंच बेहद समझदार और कर्मठ व्यक्ति हैं, उनकी प्रेरणा से ही हम अपने गाँव को गंदगी मुक्त कर पाए हैं। मेरे गांव के लोग कहीं पर भी रास्ते में कूड़ा-करकट नहीं फेंकते। मेरे गाँव में हर जगह थोड़ी-थोड़ी दूर पर कूड़ेदान लगे हुए हैं जो कि ग्राम पंचायत द्वारा लगवाए गए हैं। गाँव के सभी लोगों को जागरूक किया गया है, जिससे वह अपना सारा कूड़ा करकट कूड़ेदान में ही डालते हैं, सड़क पर नहीं फेंकते। मेरे गाँव की गली में सीसीटीवी कैमरे लगें हैं, यदि कोई कूड़ा फेंकते हुए पकड़ा जाता है तो उसे 500 रूपये का जुर्माना भरना पड़ता है।

जब भारत सरकार का शौचालय अभियान चला तो मेरे गाँव के लोगों ने इसका पूरा फायदा उठाया और आज मेरे गाँव के हर घर में शौचालय है। अब मेरे गाँव के किसी भी व्यक्ति को बाहर खेत-आदि में शौचालय के लिए नहीं जाना पड़ता। इससे मेरे गाँव का वातावरण स्वच्छ ही हुआ है।

मेरे गाँव में कोई भी सड़क कच्ची नहीं है। सारी सड़कें पक्की बनी है, जिससे बारिश आदि में ना ही कीचड़ जमा होता है और ना ही पानी जमा होता है। पानी के निकास के लिए बेहतरीन ढंग से नालियां बनी हुई है। भले ही हमारे गाँव में नगरपालिका जैसी कोई संस्था ना हो, लेकिन हमारे गाँव के सरपंच के प्रयासों से गाँव में यह सारे बेहतरीन कार्य हुए हैं।

मेरे गाँव कहीं पर भी खुला गड्ढा नहीं है, ना ही उसमें हम पानी जमा रखते हैं। जिससे मच्छर आदि नहीं पनपते। हर रविवार को हमारे गाँव की सामूहिक चौपाल पर सभा का आयोजन किया जाता है और गाँव के प्रगति कार्यों पर विचार विमर्श किया जाता है। इससे हम लोग निरंतर साफ सफाई के प्रति अलर्ट रहते हैं।

हमारे गाँव में 5 कर्मचारियों को नियमित रूप से झाड़ू लगाने के लिए नियुक्त किया गया है। जो पूरी मुस्तैदी से अपना कार्य करते हैं। इससे हमारे गाँव में जरा भी गंदगी जमा नहीं हो पाती। गाँव की सब्जी मंडी भी एक छोटे से मैदान में व्यवस्थित तरीके से लगाई जाती है और पूरी साफ सफाई का ध्यान रखा जाता है।  

मेरे गाँव की आबोहबा भी एकदम स्वच्छ है, जिस कारण गाँव के सारे लोग स्वस्थ रहते हैं। छोटे-छोटे प्रयासों द्वारा हम अपने गाँव को स्वच्छ और गंदगी मुक्त रख पाये हैं। इसीलिये मुझे अभिमान है कि मेरा गाँव गंदगी मुक्त गाँव।

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