Gaon mein bacche kis prakar ka khel khela karte the
Answers
गाँव में बच्चे की प्रकार के खेल खेला करते है :
गाँव में बच्चे तरह-तरह के खेल खेलते है | गाँव में बच्चे बाहरी खेल खेना बहुत पसंद करते थे |
व्याख्या :
गाँव में बच्चे , कबड्डी , गुल्ली डंडा , आँख मिचौली , मिट्टी के खिलौने बनाना , मिट्टी के साथ खेलना , राजा-रानी बनना , गुड्डे-गुड़िया की शादी करवाना , राम-लीला निकालना , घर-घर खेलना आदि इस तरह के खेल गाँव में खेले जाते है | गाँव बच्चे सब मिलकर तरह-तरह के खेल खेलते थे |
गांव में बच्चे निम्न प्रकार के खेल खेलते है।
- गिल्ली डंडा
- कबड्डी
- खो - खो
- लंगड़ी
- लुका -छुपी
- पकड़ा - पकड़ी
- खेल के आधुनिक साधन गांव के खेल के साधनों से बहुत अलग हैं।
- गांव में खेल के साधनों का जुगाड घर की वस्तुओं से ही किया जाता था। गांव में गाड़ी या किसी भी वाहन के पुराने टायर को लेकर उसे डंडे से चलाया करते थे, यह खेल गांवों में आज भी खेला जाता है।
- गिल्ली डंडा में लकड़ी का छोटा टुकड़ा लेकर उसे गिल्ली बनाया जाता था व दूसरा बड़ा डंडा लेकर उससे गिल्ली दूर उड़ाई जाती थी। खो- खो व लुका छुपी में तो किसी साधन की आवश्यकता ही नहीं होती है।
- आधुनिक खेल के साधन बहुत महंगे होते है। वीडियो गेम, मोबाइल फोन पर गेम्स , प्लास्टिक के खिलौने, रोबोट ये सभी चीजे बहुत महंगी है व घर पर उपलब्ध नहीं होती इन्हे बाज़ार से खरीदकर लाना पड़ता है।