Hindi, asked by raghubansh, 3 months ago

गरीब से अमीर बनने की कहानी from fairy talesफेयरी टेल्स​

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Answered by subhash9947
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Answer:

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Answered by Manjotmaan455
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Explanation:

रामू नाम का शिल्पकार था। वह बहुत गरीब था। वह मूर्ति बनाकर बाजर में बेचता और किसी तरह अपना जीवन निर्वाह करता था। एक दिन एक परी पृथ्वीलोक पर घूमने के लिए आयी।

उसने उस शिल्पकार को मूर्ति बनाते हुए देखा। परी को शिल्पकार की बनाई हुई मूर्ति बहुत पसंद आयी। अब वह हर रोज उस मूर्ति को देखने के लिए आती थी।

एक बार जब शिल्पकार अपने मूर्ति को बेचने के लिए बाजार गया। अचानक उसकी नजर एक आदमी के ऊपर गयी। शिल्पकार ने सोचा काश मैं इसके जैसा अमीर आदमी रहता ? शिल्पकार की यह बात परी ने सुना, उसने अपनी जादुई छड़ी घुमाई और शिल्पकार अमीर आदमी बन गया।

वह अपने नगर में घूमने लगा। अचानक उसकी नजर एक साधु के ऊपर गई। उसने देखा सब लोग साधु को शीष झुका रहे है। अब उसके मन में साधु बनने की इच्छा जाग उठी।

उसने सोचा, “काश मैं एक साधु रहता ?”

परी ने अपनी छड़ी घुमाई और वह साधु बन गया। एक दिन अचानक बारिस होने लगी सभी लोग अपने घरों में चले गए।

शिल्पकार भींग रहा था। शिल्पकार सोचने लगा, “काश मैं बादल रहता तो मुझे भींगना नहीं पड़ता।”

यह कहते ही शिल्पकार एक बादल बन गया। वह खुश हो गया। तभी जोर की हवा चली और वह बादलों को उड़ाने लगी। शिल्पकार घबरा गया और कहने लगा हवा तो मुझसे भी शक्तिशाली है।

काश मैं हवा रहता। परी ने उसे हवा बना दिया। अब वह हवा बनकर उड़ने लगा। तभी अचानक हवा रुक गयी आगे नहीं जा पा रही थी। वह सोचने लगा कि हमसे शक्तिशाली कौन है। जो मुझे आगे नहीं जाने दे रहा है। उसने देखा तो सामने एक पर्वत था। वह फिर सोचने लगा, “काश मैं पर्वत रहता।

परी ने फिर से अपनी छड़ी घुमाई और वह एक पर्वत बन गया। वह खुश हो गया। कुछ दिन गांव वाले आये और उस पर्वत को काटकर मूर्ति बनाने लगे।

यह देखकर अब शिल्पकार सोचने लगा, “काश मैं शिल्पकार ही रहता तो कितना अच्छा होता।”

परी ने अपनी छड़ी घुमाई और वह फिर से शिल्पकार बन गया।

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