Garmi ki chuttiyan kaise batit ki long conversation in hindi
Answers
गर्मियों के छुट्टी को लेकर दो मित्रों के बीच संवाद |
Explanation:
स्वाधीन - अरे भाई हिमांशु तू इस बार गर्मियों के छुट्टी में कहाँ गया था ?
हिमांशु - भाई स्वाधीन इस बार के गर्मियों के छुट्टी में मेँ शिमला गया था |
स्वाधीन - अच्छा बहुत बढ़िया ! तो, बता अभी तूने वहाँ क्या-क्या देखा ?
हिमांशु - क्या कहूँ भाई ! इतनी सुंदर जगह तो मैंने अपने जीवन में शायद ही कभी देखि हों |
स्वाधीन - ऐसा क्या खास था वहाँ पर ?
हिमांशु - भाई सब कुछ खास था ! ऊंचे-ऊंचे पहाड़ और उस पर देवदारू की अति सुंदर वन हर किसी के दिल में उतरने के लिए काफी थे | वातावरण में हल्की सी फूलों का खुशबू तथा शीतलता शरीर को एक अलग सा अनुभूति देता था |
स्वाधीन - वाह ! क्या बात हैं भाई | तू तो बड़े मजे करके आया हैं |
हिमांशु - हा हा ! अच्छा अब तू बता, तू कहाँ गया था ?
स्वाधीन - मेँ गैंगटक गया था | वहाँ के बर्फीले पहाड़ और सुंदर प्रकृति का मेँ तो दीवाना हो गया |
हिमांशु - हा हा हा ! अच्छा तूने भी तो बड़े मजे किए होंगे |
स्वाधीन - हाँ भाई थोड़ा-बहुत हमनें भी कर लिया यह समझ लो |