CBSE BOARD XII, asked by rawatsiya12, 2 months ago

गति को विकसित करने की विधि का संक्षिप्त वर्णन कीजिए​

Answers

Answered by priyadubey25054587
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Answer:

गतिविज्ञान को दो भागों में अंतिर्विभक्त किया जा सकता है। पहला शुद्धगतिकी , जिसमें माप तथा यथातथ्य चित्रण की दृष्टि से गति का अध्ययन किया जाता है, तथा दूसरा बलगतिकी अथवा वास्तविक गति विज्ञान, जो कारणों अथवा गतिनियमों से संबद्ध है।

Answered by aroranishant799
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Answer:

गति विकसित करने की प्राथमिक विधि एक विशिष्ट मोटर क्षमता की उचित गति तकनीक का प्रदर्शन कर रही है। एक अर्जित कौशल के प्रदर्शन की गति कौशल की गुणवत्ता के आधार पर बढ़ जाती है।

Explanation:

त्वरण रन: यह एक स्थिर स्थिति से या धीमी स्थिति से गति की उच्च गति प्राप्त करने की क्षमता है। विस्फोटक शक्ति, तकनीक और गति की आवृत्ति में सुधार करके त्वरण क्षमता में अप्रत्यक्ष रूप से सुधार होता है। गति विकसित करने के तरीके -

  • बल आवेग।
  • नेट पावर आउटपुट।
  • खिंचाव छोटा चक्र (एससीसी)|
  • स्ट्राइड आवृत्ति।
  • कदम की लंबाई।

ऊपर बताए गए बिंदु गति को विकसित करने में उपयोगी है।

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