२)
गद्य आकलन प्रश्ननिर्मिति:
निम्नलिखित परिच्छेद पढ़कर ऐसे चार प्रश्न तैयार कीजिए, जिनके उत्तर परिच्छेद में एक-एक वाक्य में हो :
दार्जिलिंग का पुराना नाम दोर्जीलिंग था। सदियों पहले यह एक छोटा-सा गाँव था। चाय के
शौकीन अंग्रेजों ने इस क्षेत्र की आबोहवा को चाय की खेती के योग्य पाकर यहाँ चाय बागान विकसित किए।
हैप्पी वैली टी इस्टेट से निकलकर हम हिमालय पर्वतारोहण संस्थान पहुँचे। हिमालय के शिखरों को छू लेने की
चाह रखने वालों को यहाँ पर्वतारोहण का प्रशिक्षण दिया जाता है। इसकी स्थापना एव्हरेस्ट पर पहली विजय के
बाद की गई है। शेरपा तेनसिंह लंबे अरसे तक इस संस्थान के निर्देशक रहे। संस्थान में एक महत्त्वपूर्ण
संग्रहालय भी है। इसमें पर्वतारोहण के दौरान उपयोग में आने वाले नए-पुराने उपकरण, पोशाकें, कई
पर्वतारोहियों की यादगार वस्तुएँ और रोमांचक चित्र प्रदर्शित किए गए हैं। इसके निकट ही स्थित है 'पद्मजा
नायडू हिमालय चिड़ियाघर' जो बच्चों को ही नहीं, बड़ों को भी बहुत पसंद आता है। पर्वतों पर रहने वाले कई
दुर्लभ प्राणी यहाँ देखने को मिलते हैं।
Answers
Answer:
नहीं बैठना चाहता था। वह गार्ड के पास गया और उसे बुला लाया। गार्ड ने गांधी जी से कहा, "इस डिब्बे से उत्तर
9. गांधी जी तीन वर्ष पश्चात् भारत लौटे और राजकोट में वकालत शुरू कर दी। परन्तु वे अधिक सफल नही हुए।
(समय बाद बम्बई के कुछ सौदागरो ने गांधी जी को एक मुकदमे में दक्षिण अफ्रीका भेजा। वहां उन्होंने भारतवासियों की
में यात्रा कर रहे थे। स्टेशन पर गाड़ी रुकी और एक गोरा अफसर उस डिब्बे में आया, परन्तु वह काले भारतवासी के
फाज बनाई-formed the Indian National Army,
स्वाक्षरो=gulden letters.
पता छोड़कर स्टेशन से चल दी।
ने में
देखी। गोरे उनका हर स्थान पर निरादर करते थे। एक बार गांधी जी प्रथम श्रेणी का टिकट लेकर प्रथम श्रेणी के
और दूसरे डिब्बे में बैठ जाओ।" गांधी जी ने कहा, "मैं इस डिब्बे में ही बैतूंगा। मेरे पास प्रथम श्रेणी के डिब्बे का
।" इस पर गार्ड क्रोधित हुआ और उसने गांधी जी को डिब्बे से बाहर धक्का दे दिया। गाड़ी गांधी जी को ठण्ड में
It Words
वकालत शक
Explanation:
गद्य आकलन प्रश्ननिर्मिति:
निम्नलिखित परिच्छेद पढ़कर ऐसे चार प्रश्न तैयार कीजिए, जिनके उत्तर परिच्छेद में एक-एक वाक्य में हो :
दार्जिलिंग का पुराना नाम दोर्जीलिंग था। सदियों पहले यह एक छोटा-सा गाँव था। चाय के
शौकीन अंग्रेजों ने इस क्षेत्र की आबोहवा को चाय की खेती के योग्य पाकर यहाँ चाय बागान विकसित किए।
हैप्पी वैली टी इस्टेट से निकलकर हम हिमालय पर्वतारोहण संस्थान पहुँचे। हिमालय के शिखरों को छू लेने की
चाह रखने वालों को यहाँ पर्वतारोहण का प्रशिक्षण दिया जाता है। इसकी स्थापना एव्हरेस्ट पर पहली विजय के
बाद की गई है। शेरपा तेनसिंह लंबे अरसे तक इस संस्थान के निर्देशक रहे। संस्थान में एक महत्त्वपूर्ण
संग्रहालय भी है। इसमें पर्वतारोहण के दौरान उपयोग में आने वाले नए-पुराने उपकरण, पोशाकें, कई
पर्वतारोहियों की यादगार वस्तुएँ और रोमांचक चित्र प्रदर्शित किए गए हैं। इसके निकट ही स्थित है 'पद्मजा
नायडू हिमालय चिड़ियाघर' जो बच्चों को ही नहीं, बड़ों को भी बहुत पसंद आता है। पर्वतों पर रहने वाले कई
दुर्लभ प्राणी यहाँ देखने को मिलते हैं।
yƒod½tñg„t_Œr„rf½Ugt
(y) 1. Cth„egtü fuU cthu bü fUrJ lu ¢gt fUnt ni ? (vtX fUt mthtkN)
s : rsm ”uN bü vrJºt dkdt cn„e ni, Jimu vrJºt †”gJt˜u Cth„Jtme ni | rslfuU ntüXtü vh matRo ntu„e ni, bunbtltü fUtu
ŒtKtü mu ßgt”t mbS„u nî, ƒtu·zu mu FwNe seJl rc„tlu Jt˜u nî, ôJtƒeo ntufUh seJl rc„tluJt˜u lné nî ytih rJëJ fUtu
YfU„t mu hnlu fUt mk”uN ”uluJt˜u nî |
2. Cth„ bü cnlu Jt˜e fwUA lr”gtü fuU cthu bü c„tRY |
s : dkdt, gbwlt, mhôJ„e, c½ñbvwºtt, dtu”tJhe, fÐUíKt ytr” |
(yt) vtX vr·ZY | yÇgtm fUtgo fUersY |
* fUrJ„t fuU ytOth vh Wra„ f½Ub ”ersY | s : 2, 1, 4, 3.
yrCÔgr¢„ _ mÐsltÀbfU„t
(y) Rl Œëltü fuU Wúth ”tu-„el Jt¢gtü bü ”ersY |
1. de„ bü fUrJ lu rb˜-sw˜ fUh hnlu fuU r˜Y ¢gtü fUnt ntudt ?
s : rb˜sw˜fUh hnlu mu ylufU ˜tC ni | Rmmu ”uN fUe YfU„t c·Z„e ni | Rmmu CtRoatht c·Z„t ni |
2. nb yvlu bunbtl fuU mtƒ fUimt ÔgJnth fUhlt atrnY ?
s : nb yvlu bunbtltü fUtu ŒtK mu Ce ßgt”t mbSlt atrnY |
3. I nh stl fUe ·fUeb„ stl„u nî | I RmfUt CtJ yvlu Nç”tü bü r˜rFY |
s : nh Cth„Jtme mCe fUtu yvlt CtRo mbSfUh rb˜sw˜fUh hn„u nî | Rmr˜Y Ju I I nh stl fUe fUeb„ stl„u nî | I I
4. Rm de„ bü ytvfUtu fUtilme ct„ü cý„ yåAe ˜dé ? ¢gtü ?
s : Rm de„ bü bwSu vn˜t v” yåAt ˜dt ¢gtü rfU nh Cth„Jtme ma ne ctu˜„t ni ytih WmfUt r”˜ NwÆ” ytih dkdt l”e
fuU mbtl vrJºtJtl ni |
दार्जिलिंग का पुराना नाम दोर्जीलिंग था। सदियों पहले यह एक छोटा-सा गाँव था। चाय के