गद्य खंड
ऋषि मुनियों जैसे गुण किसमें है?
बैल में
गधे में
कुत्ते में
Answers
ऋषि मुनियों जैसे गुण किसमें है...
➲ गधे में
स्पष्टीकरण एवं व्याख्या ⦂
❝ ऋषि-मुनियों जैसे गुण गधे में पाये जाते हैं। ❞
➤ ‘नमक का दरोगा’ साथ में मुंशी प्रेमचंद कहते हैं कि गधे में ऋषियों-मुनियों जैसे सभी गुण आ गए हैं। प्रेमचंद कहते हैं कि जानवरों में गधा सबसे बुद्धिहीन प्राणी माना जाता है और यदि किसी आदमी को बेवकूफ कहना हो तो उसे गधा कह देना पर्याप्त होता है। क्या गधा सच में बेवकूफ है या वह सीधा प्राणी है। लेखक के अनुसार गधे को उसके सीधेपन अर्थात उसकी निरापद सहिष्णुता के कारण ही लोगों ने उसे यह पदवी दे रखी है।
लेखक के अनुसार गाय जिसे एकदम सीधा जानवर माना जाता है वह भी सींग मारती है। कुत्ता भी अक्सर क्रोधित हो जाता है, लेकिन गधे को ना तो कभी क्रोध करते देखा है, ना ही कभी सुना है। कोई उसे जितना भी चाहे मारे उसे कैसी भी खराब या सड़ी हुई घास दे, उसके चेहरे पर कभी असंतोष नहीं दिखाई देता। चाहे वैशाख का महीना हो या अन्य कोई महीन वह हमेशा स्थिर भाव से रहता है। ना ही उसे कभी खुश होते देखा है ना ही उसके चेहरे पर कोई विषाद दिखाई देता है। सुख-दुख लाभ-हानि किसी भी दशा में वह स्थिर रहता है। गधे में जितने भी गुण हैं, उसमें पराकाष्ठा तक पहुंच गए हैं, इसीलिए गधे को ऋषि मुनियों संतो के समान माना है।
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