९.गद्यांश के आधार पर प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
आश्रम में गांधी कई ऐसे काम कर भी करते थे जिन्हें आमतौर पर नौकर चाकर करते हैं। जिस जमाने में दे बैरिस्टरी
से हजारों रुपए कमाते थे, उस समय भी पर प्रतिदिन सुबह अपने हाथ से चक्की पर आटा पीसा करते थे चक्की
चलाने में कस्तूरबा और उनके लड़के भी हाथ बंटाते थे । इस प्रकार घर में रोटी बनाने के लिए महीन या मोटा आटा
भी खुद पीस कर लेते थे । साबरमती आश्रम में भी गांधी ने पिसाई का काम जारी रखा यह चक्की को ठीक करने में
कभी-कभी घंटों मेहनत करते थे। कुछ वर्षों तक गांधी जी ने आश्रम के भंडार का काम संभालने में मदद की। आलू
और नींबू को बिना धोए नहीं काटना चाहिए।
क. आश्रम में गांधी जी किस तरह के काम करते थे?
ख. गांधी जी क प्रतिदिन सुबह क्या करते थे?
ग. साबरमती आश्रम में गांधी जी किस काम को घंटों मेहनत करते थे?
घ. इस गद्यांश में किस व्यवसाय का उल्लेख हुआ है ?
इ.चक्की चलाने में गांधीजी का हाथ कौन बटाता था ?
प्लेस एंड
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क- आश्रम में गांधी जी ऐसे कार्य करते थे जिसे आमतौर पर नौकर चाकर करते है। जैसे - चक्की में आटा पिसना, चक्की को ठीक करना, आश्रम के भंडार का काम संभालने में मदद करना आदि।
ख- गांधी जी प्रतिदिन सुबह अपने हाथ से चक्की पर आटा पीसा करते थे ।
ग- साबरमती आश्रम में भी गांधी ने पिसाई का काम जारी रखा यह चक्की को ठीक करने में कभी-कभी घंटों मेहनत करते थे।
घ- इस गद्यांश में चक्की चलाने के व्यवसाय का उल्लेख हुआ है।
ई - चक्की चलाने में कस्तूरबा और उनके लड़के भी हाथ बंटाते थे ।
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