. गद्यांश के अनुसार अवसर मिलने पर छात्रावास से बाहर निकल कर लेखक क्या करता है?1 a. तितलियाँ पकड़ता है b. चारदीवारी पर
Answers
Answer:
a number 33 pakka tatha do number Chandigar
Answer:
चारदीवारी पर चढ़कर नीचे कूद पड़ता है |
‘बड़े भाई साहब’ कहानी के गद्यांश के अनुसार लेखक को जब भी अवसर मिलता तो वह छात्रावास से निकलकर लेखक का पढ़ाई में बिल्कुल भी मन नहीं लगता था, इसलिए जब भी उसे अवसर मिलता तो वह छात्रावास से निकलकर कभी कागज की तितलियां बनाकर उड़ाता था, तो कभी अपने किसी दोस्त के साथ खेलने लगता था। जब उसके कुछ और दोस्त आ जाते तो सभी मिलकर कभी चारदीवारी पर चढ़ते और फिर कूदते और कभी फाटक पर चढ़कर उसे आगे पीछे करके खेलते।
Explanation:
विद्यालय में लेखक के साथ बड़ी ही दारुण घटनाएँ घटती है। बाल सुलभ मन पर बीतने वाली हृदय विदारक घटनाएँ लेखक के मन:पटल पर आज भी अंकित है। विद्यालय में प्रवेश के प्रथम ही दिन हेडमास्टर बड़े बेदब आवाज में लेखक से उनका नाम पूछता है। फिर उनकी जाति का नाम लेकर तिरस्कृत करता है। हेडमास्टर लेखक को एक बालक नहीं समझकर उसे नीची जाति का कामगार समझता है और उससे शीशम के पेड़ की टहनियों का झाडू बनाकर पूरे विद्यालय को साफ करवाता है। बालक की छोटी उम्र के बावजूद उससे बड़ा मैदान भी साफ करवाता है, जो काम चूहड़े जाति का होकर भी अभी तक उसने नहीं किया था। दूसरे दिन भी उससे हेडमास्टर वही काम करवाता है। तीसरे दिन जब लेखक कक्षा के कोने में बैठा होता है, तब हेडमास्टर उस बाल लेखक की गर्दन दबोच लेता है तथा कक्षा से बाहर लाकर बरामदे में पटक देता है। उससे पुराने काम को करने के लिए कहा जाता भी लेखक के पिताजी अचानक देख लेते हैं। उन्हें यह सब करते हुए बेहद तकलीफ होती है और वे हेडमास्टर से बकझक कर लेते हैं।
#SPJ3