गद्यांश में प्रस्तुत "साहित्य-मीमांसक" का मतलब क्या है?
(a) साहित्यिक आलोचक
(b) साहित्य में रुचि रखने वाले
(c) साहित्य के पंडित
(d) साहित्य प्रेमी
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B) साहित्य मे रुचि रखने वाले
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गद्यांश में प्रस्तुत "साहित्य-मीमांसक" का मतलब है साहित्य में रुचि रखने वाले।
- साहित्य मीमांसा का मतलब होता है साहित्य का विस्तृत वर्णन। अगर बस मीमांसा की बात करें तो वेदों का विस्तृत वर्णन।
- और इसमें रुचि रखने वाले लोगों को साहित्य मीमांसक कहते हैं।
- साहित्य के आलोचक वे लोग होते हैं जो साहित्य की आलोचना करते हैं।
- साहित्य के पंडित वैसे लोग होते हैं जिनका साहित्य में ज्ञान और समझ दोनो उच्च स्थान को होती है।
- साहित्य प्रेमी कोई भी हो सकता है, जिसको साहित्य समझ में आए, उससे लगाव हो और साहित्य पढ़ने की चाह रखता हो।
- साहित्य अपने आप में एक खूबसूरत परिकल्पना है, जो तमाम मौखिक और लिखित रचनाओं का संग्रह होता है।
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