(घ) आदमी सच से बेखबर कब हो जाता है? उसका सोना व जागना किसका प्रतीक है?
(ङ) कवि ने पवन, सुरज और पंछी को ही जगाने का कार्य क्यों सौंपा है?
These questions are from poem " Ise jagao" by bhawani prasad mishra.
Answers
प्रश्न 1.
जो सच से बेखबर है, सपनों में खोया पड़ा है” पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
जीवन में किसी लक्ष्य को पाने के लिए या प्रगति करने के लिए मनुष्य को समय के साथ चलना पड़ता है। उसे आलस्य और कोरी कल्पनाओं से दूर रहकर, परिश्रम से काम करना होता है। जो इस सच्चाई पर ध्यान नहीं देते और बिस्तरों में पड़े सफलता के सपनों में खोए रहते हैं, वे वक्त पर नहीं जाग पाते। वे जीवन की कठिन यात्रा में पिछड़ जाते हैं। कवि ने ऐसे ही लोगों को जगाने या उन्हें सच से खबरदार करने की बात कही है।
जो लोग सही वक्त पर किसी काम को आरंभ नहीं करते और केवल कल्पनाओं और सपनों में खोए रहते हैं, वे जब देर से जागते हैं, सच्चाई को सामने देखते हैं, तो घबरा जाते हैं। उसकी समझ में नहीं आता कि सही समय पर लक्ष्य तक कैसे पहुँचे। हड़बड़ाहट में वे भागना शुरू कर देते हैं। भागने का अर्थ बिना सोचे-समझे जल्दबाजी में काम करना है। इस ढंग से जीवन में सफल हो पाना असंभव-सा हो जाता है।
प्रश्न 2.
कविता का मूल भाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
कवि संदेश देना चाहता है कि मानव जीवन कोई मधुर सपना नहीं है, वह एक कठोर सच्चाई है। जीवन में सफलता, यश और धन-वैभव उन्हीं को मिलते हैं जो समय से कदम मिलाकर चलते हैं। सही समय पर सही ढंग से कार्य आरंभ करने वाले ही अपनी सफलता की मंजिल तक पहुँच पाते हैं।