(घ) 'बालगोबिन भगत' ने अपने पुत्र की मृत्यु हो जाने पर भी दुःख व्यक्त क्यों नहीं किया तथा उस समय उन्होंने अपनी भावनाएँ किस प्रकार
व्यक्त की? 'बालगोबिन भगत' पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
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Answer: बेटे की मृत्यु पर भगत ने पुत्र के शरीर को एक चटाई पर लिटा दिया, उसे सफे़द चादर से ढक दिया तथा गीत गाकर अपनी भावनाएँ व्यक्त की। उनके अनुसार आत्मा परमात्मा के पास चली गई, विरहनि अपने प्रेमी से जा मिली। यह आनंद की बात है, इससे दु:खी नहीं होना चाहिए।
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