(घ) 'बालगोबिन भगत' पाठ के आधार पर बताइए कि ग्राम्य जीवन कैसे और किसके समीप होता है? स्पष्ट कीजिए।
Answers
Answered by
19
Answer:
बालगोबिन भगत सच्चे अर्थ में साधु थे व्हेन नाममात्र वस्त्र पहनते थे उन्होंने सिर पर कन्फर्टी टोपी धारण कर रखी थी वह कबीर दास को साहब मानते थे खेती में जो कुछ भी पैदा होता उसे गांव से दूर कबीरपंथी मठ में देहाती और प्रसाद के रूप में जो कुछ भी मिलता उसे घर लाकर अपना गुजारा करते थे। वह अपनी पुत्रवधू को विधवा का जीवन जीने के विपरीत थे और वह चाहते थे कि उसका दूसरा विवाह किया जाए।
Answered by
0
Answer:
पुत्र की मृत्यु होने से घर में अकेले कैसे ... उसके समीप आसन पर बैठकर हमेशा की तरह ...
Explanation:
Similar questions